जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले INDIA गठबंधन (INDIA Bloc) के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि उनकी पार्टी और गठबंधन इस चुनाव में जीत दर्ज करेंगे।

“लोगों की अंतरात्मा की आवाज जगाना ही उद्देश्य”
मीडिया से बातचीत में सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि उनका मकसद केवल सांसदों की अंतरात्मा की आवाज को जगाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी क्रॉस-वोटिंग की बात नहीं कही और न ही ऐसी कोई योजना है।
गृह मंत्री अमित शाह के बयानों पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने हल्के अंदाज में कहा –
“आप क्या पूछ रहे हैं भई! कितने दिन के बाद ये सवाल पूछ रहे हैं। रोज बोलता रहूं क्या मैं वही बात?”
सुप्रीम कोर्ट और गोवा लोकायुक्त रह चुके हैं रेड्डी
जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के जज रह चुके हैं। वह गोवा के लोकायुक्त भी रह चुके हैं। विपक्ष ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि यह चुनाव सिर्फ सत्ता बनाम विपक्ष नहीं, बल्कि संविधान की मूल भावना की रक्षा बनाम अलग विचारधारा के बीच की लड़ाई है।
जीत के लिए जरूरी है 385 सांसदों का समर्थन
लोकसभा में 542 और राज्यसभा में 239 सांसद हैं। यानी दोनों सदनों के कुल सदस्य 781 होते हैं। किसी भी उम्मीदवार की जीत के लिए 391 सांसदों का समर्थन जरूरी है।
हालांकि, बीजेडी, बीआरएस और शिरोमणि अकाली दल ने मतदान से अलग रहने का फैसला किया है। इन दलों के कुल 12 सांसदों के दूर रहने से कुल संख्या 669 पर आ गई है। इस हिसाब से किसी भी उम्मीदवार को जीत दर्ज करने के लिए अब केवल 385 सांसदों का समर्थन चाहिए।
मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया ब्लॉक
इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव का मुकाबला सीधा एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच है। एनडीए को सत्ता में होने का फायदा मिल सकता है, वहीं विपक्ष का दावा है कि बी. सुदर्शन रेड्डी संविधान की मूल भावना के सच्चे प्रतिनिधि हैं।
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