जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर बुधवार सुबह जनसुनवाई के दौरान हुए हमले के बाद उनका पहला बयान सामने आया है। सीएम गुप्ता ने इस घटना को केवल अपने ऊपर हमला नहीं, बल्कि जनता की समस्याओं को सुलझाने के उनके संकल्प पर एक “कायराना वार” बताया।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में वह सदमे में थीं, लेकिन अब बेहतर महसूस कर रही हैं। अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर उन्होंने लिखा— “जनसुनवाई के दौरान मुझ पर हुआ हमला केवल मेरे ऊपर नहीं, बल्कि दिल्ली की सेवा और जनता की भलाई पर किया गया प्रयास है। मैं अब ठीक हूं और जल्द ही लोगों के बीच काम करती नज़र आऊंगी। ऐसे हमले मेरे हौसले को कभी नहीं तोड़ सकते।”
सीएम गुप्ता ने आगे लिखा कि जनता की समस्याओं को हल करने की प्रक्रिया पहले की तरह ही पूरी गंभीरता और प्रतिबद्धता से जारी रहेगी। उन्होंने अपने समर्थकों का आभार जताते हुए कहा कि लोगों का विश्वास ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
आरोपी ने कैसे दिया वारदात को अंजाम?
यह घटना बुधवार सुबह करीब 8:15 बजे हुई, जब सीएम गुप्ता जनता की शिकायतें सुन रही थीं। तभी राजेशभाई खिमजी नामक व्यक्ति अपनी फाइल लेकर उनके पास पहुंचा। शुरुआत में वह एक आम शिकायतकर्ता लग रहा था, लेकिन अचानक उसने सीएम का हाथ पकड़ने और धक्का देने की कोशिश की।
मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे काबू में कर लिया। घटना से अफरातफरी का माहौल बन गया। शुरुआती अफवाहों में कहा गया कि सीएम को थप्पड़ मारा गया, लेकिन बाद में पुलिस ने साफ किया कि मामला केवल धक्का-मुक्की तक ही सीमित था।
आरोपी के खिलाफ दर्ज हुआ केस
राजेशभाई खिमजी के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 109 (हत्या का प्रयास), धारा 132 (सरकारी कर्मचारी पर हमला) और धारा 221 (काम में बाधा डालना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी पर पहले से ही 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 3 शराब तस्करी से जुड़े और 2 मारपीट के केस शामिल हैं। कुछ मामलों में उसे बरी भी किया जा चुका है। फिलहाल पुलिस उसकी पृष्ठभूमि और इस हमले के पीछे किसी साजिश की संभावना की जांच कर रही है।