जुबिली न्यूज डेस्क
गुजरात के कच्छ जिले में बृहस्पतिवार को जखाऊ बंदरगाह के पास चक्रवात ‘बिपरजॉय’ की संभावित दस्तक से पहले राज्य प्रशासन ने तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर स्थानांतरित कर दिया है और बचाव एवं राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है.

जहाज निर्माण उद्योग को पहुंच सकता है बड़ा नुकसान
गुजरात तट पर स्थित मांडवी शहर के पारंपरिक जहाज निर्माता इस बात से चिंतित हैं कि चक्रवात से उनके उद्योग को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि तट पर निर्माणाधीन जहाजों को सुरक्षा के लिए आसानी से स्थानांतरित नहीं किया जा सकता. पोत निर्माण से संबंधित एक कार्यशाला की देखरेख करने वाले अब्दुल्ला यूसुफ माधवानी ने कहा, ‘एक जहाज को बनाने में लगभग दो साल लगते हैं. एक जहाज के निर्माण में लगभग 50 से 70 लाख रुपये का खर्च आता है. हमें डर है कि चक्रवात उन जहाजों को नष्ट कर देगा जो निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं.’
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हालात से निपटने में के लिए तैयार
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की. तैयारियों की समीक्षा करने के बाद सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं.
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जखाऊ बंदरगाह और सिंध के केटी से टकराएगा
‘बिपरजॉय’ के उत्तरपूर्व दिशा की ओर अपनी गति जारी रखते हुए और 15 जून की शाम तक एक अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान के रूप में 145 किमी प्रति घंटे के वायु झोकों एवं 120-130 किमी प्रति घंटे की निरन्तर तेज हवा के साथ सौराष्ट्र-कच्छ, माण्डवी (गुजरात), जखाऊ बंदरगाह और पाकिस्तान के सिंध के पास केटी बंदरगाह एवं कराची (पाकिस्तान) के पास पार करने की संभावना है.
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