जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर बेहद अच्छी खबर आ रही है। दरअसल भारत जैसा देश अर्थव्यवस्था के मामले में तेजी से आगे बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।
इतना ही नहीं अच्छी बात ये हैं कि इकोनॉमी की ये रफ्तार ऐसे ही जारी रहने की उम्मीद है। दरअसल तमाम वैश्विक रेटिंग एजेंसियों को इस पर विश्वास जताया है।
इसकी बड़ी वजह ये हैं कि वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ तक ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास दर के अनुमान को संशोधित कर बढ़ाया है। अब इस लिस्ट में एक और बड़ी एजेंसी फिंच रेटिंग भी जुड़ गई है।
फिच रेटिंग्स ने मध्यम अवधि के लिए भारत के ग्रोथ अनुमान को 0.7 फीसदी बढ़ाकर 6.2 फीसदी कर दिया है। दूसरी ओर चीन को एजेंसी की ओर से तरफ से बड़ा झटका दिया गया है। चीन को लेकर एजेंंसी ने उसके ग्रोथ अनुमान में बड़ी कटौती की गई है।
फिच ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जहां तक भारत का सवाल है तो उच्च विकास अनुमान रोजगार दर में सुधार और कामकाजी उम्र की आबादी के पूर्वानुमान में मामूली वृद्धि के कारण किया गया है। इससे पहले World Bank से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) तक ने भारत के जीडी ग्रोथ अनुमान में संशोधन करते हुए इसे बढ़ाया है और भारत की तेर रफ्तार अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताया है।

वहीं एजेंसी ने इसके पीछे कई तर्क देते हुए कहा है कि मौजूदा वक्त में भारत में रोजगार को लेकर काफी बदलाव आया है और इसमें बड़ा सुधार देखने को मिला है।
इसके साथ भारत की लेबर प्रोडक्शन क्षमता भी अन्य देशों की तुलना में काफी अच्छी देखने को मिल रही है। दूसरी तरफ चीन को बड़ा झटका लगा है क्योंकि एजेंसी ने चीन की जीडीपी की वृद्धि दर को 5.3 फीसदी से घटाकर 4.6 फीसदी कर दिया ह।
अमेरिकी रेटिंग एजेंसी ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा, चीन की जीडीपी में गिरावट का असर 10 उभरते देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है। इन देशों की विकास दर 4.3 फीसदी से घटकर 4 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया गया है।
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