- अब अमिताभ ठाकुर ने 9 अफसरों के खिलाफ परिवाद दायर किया
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस साल मार्च में जबरन सेवानिवृत्त किए गए यूपी कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर लगातार सुर्खियों में है। इतना ही नहीं योगी के खिलाफ चुनाव लडऩे का जबसे उन्होंने ऐलान किया है तब से उनकी परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
सीएम योगी को चुनौती देने वाले अमिताभ ठाकुर को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में यूपी पुलिस ने लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया था लेकिन जेल से अमिताभ ठाकुर ने बड़ा कदम उठाते हुए DGP, ACS, कमिश्नर समेत 9 अफसरों के खिलाफ कराई शिकायत दर्ज कराई है।
जानकारी के मुताबिक पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने भी अब एक परिवाद दर्ज कराया है।अमिताभ ठाकुर का ये परिवाद यूपी के 9 अफसरों के खिलाफ है, जिसमें एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अवनीश अवस्थी भी शामिल हैं। सीजेएम रवि कुमार गुप्ता ने परिवाद की पोषणीयता पर सुनवाई करने के लिए छह सितंबर की तारीख तय की है।
यह भी पढ़े : गिरफ्तारी के बाद ट्विटर इंडिया पर TOP में ट्रेंड हुए पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर
यह भी पढ़े : …इधर लटकी गिरफ्तारी की तलवार उधर मुन्नव्वर राणा की बिगड़ी तबीयत
यह भी पढ़े : टोक्यो पैरालंपिक : भारत के प्रवीण ने हाई जंप में जीता सिल्वर मेडल

अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाया है कि उनको बदला लेने की नीयत से नौकरी से निकाला गया साथ ही फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया गया।अमिताभ ठाकुर ने परिवाद में ACS होम अवनीश अवस्थी, डीजीपी मुकुल गोयल, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर, एसीपी गोमती नगर श्वेता श्रीवास्तव, इंस्पेक्टर गोमती नगर, इंस्पेक्टर हजरतगंज, डीजी भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के साथ डीजी वुमेन पावर लाइन को पार्टी बनाया गया है। अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाया है कि उनको झूठे मुकदमे में गिरफ्तार कर जेल भेजने की अपराधिक साजिश रची गई है।
यह भी पढ़े : बड़ी खबर : इस बड़े एक्टर ने दुनिया को कहा अलविदा
यह भी पढ़े : अमेरिका के पलायन- इतिहास का नया अध्याय
यह भी पढ़े : … और फिर डराने लगे हैं कोरोना के ताजा आंकड़े
क्या है पूरा मामला
बीएसपी सांसद अतुल राय पर रेप का इल्जाम लगाने वाली लड़की ने अपनी एक अन्य साथी के साथ हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह कर लिया था. यह लड़की वाराणसी में पढ़ाई कर रही थी।
आत्मदाह से पहले इस लड़की ने फेसबुक लाइव करते हुए कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर सांसद को बचाने और उसे न्याय न मिलने देने के लिए ज़िम्मेदार ठहराया था। आत्मदाह में दोनों लड़कियां बुरी तरह से जल गई थीं और अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
अमिताभ ठाकुर पर इल्जाम है कि उन्होंने इस लड़की को आत्मदाह के लिए उकसाया था। 1992 बैच के आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर सरकारी नौकरी करते हुए भी सरकारी व्यवस्था के खिलाफ आवाज़ उठाते रहे हैं।
उनकी पत्नी नूतन ठाकुर हाईकोर्ट में वकील और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. नूतन ठाकुर और अमिताभ ठाकुर सरकारी व्यवस्थाओं के खिलाफ लगातार आवाज़ उठाते रहने की वजह से हमेशा चर्चा में बने रहते हैं।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
