न्यूज़ डेस्क
चक्रवात फेनी को लेकर मौसम विभाग ने ALERT जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान है। दक्षिण पूर्व और बंगाल के दक्षिण-पश्चिम की खाड़ी के ऊपर अगले 36 घंटे के दौरान चक्रवाती तूफान और अधिक तीव्र होने की संभावना है।
1 मई की शाम तक यह तूफान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की बहुत संभावना है और इसके बाद फिर से उत्तर व उत्तर-पूर्व में ओडिशा तट की ओर आ जाएगा। मौजूदा स्थिति को देखते हुए गोपालपुर से लेकर पूरी कोणार्क और बालासोर तक समंदर के किनारे मौजूद ओडिशा के बड़े इलाके में यह तूफान कहर बरपा सकता है।

मौसम विभाग के अनुसार, 3 और 4 मई को तटीय ओडिशा और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के आसपास के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। 3 और 4 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में अलग- अलग स्थानों पर भारी वर्षा के साथ अधिकांश स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
अधिकारियों की माने तो बुधवार तक यह तूफान बेहद खतरनाक चक्रवात का रूप ले सकता है। सरकार ने एनडीआरएफ और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा है।
आईएमडी के चक्रवात चेतावनी खंड ने बताया कि अभी यह तूफान श्रीलंका में त्रिनकोमाली से करीब 620 किलोमीटर पूर्व- उत्तरपूर्व और चेन्नई से 700 किलोमीटर पूर्व- दक्षिणपूर्व तथा मछलीपट्टनम से 900 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में है।

बुलेटिन में कहा गया कि इसके एक मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की आशंका है। वहीं गृह मंत्रालय ने कहा कि चक्रवात ‘फेनी’ के कारण बहुत भयंकर चक्रवाती तूफान आने की आशंका के मद्देनजर एनडीआरएफ और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है। गुरुवार तक यह तूफान बेहद खतरनाक चक्रवात का रूप ले सकता है।
गृह मंत्रालय ने कहा कि एनडीआरएफ और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों से समुद्र में न जाने को कहा गया है क्योंकि चक्रवात ‘फेनी’ के मंगलवार को बहुत तेज तूफान में तबदील होने की आशंका है।
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