जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) एक बार फिर सियासी विवादों में घिर गए हैं। सोशल मीडिया साइट एक्स (X) पर झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अखिलेश की एक तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया है कि वह संसद के बजट सत्र के दौरान लंदन में थे।
लंदन में थे अखिलेश, पाकिस्तान में मना जश्न
BJP सांसद दुबे ने लिखा:“संसद के बजट सत्र के दौरान भी लंदन में जश्न मनाते रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के लिए बड़ी ख़ुशख़बरी—पाकिस्तान की संसद में सांसद सैफ़ुल्लाह ने भारत विरोधी बयान पर ख़ुशी जताई। अगला चुनाव शायद इस्लामाबाद से लड़ेंगे?” इस पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि दुबे ने सीधे तौर पर अखिलेश पर पाकिस्तान के पक्ष में बोलने का आरोप लगाया है।
जवाब में अखिलेश यादव ने साधा निशाना
इस बयान से पहले खुद अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए BJP नेताओं पर हमला बोला था। उन्होंने लिखा था:“जश्नजीवी भाजपाई जब यहाँ विवादित निजी कार्यक्रम आयोजित करते हैं तो उनके लिए हज़ारों सुरक्षाकर्मी लगाए जाते हैं। जिनका खुद का कोई अस्तित्व नहीं है, जो न्यायालय की अवमानना करते हैं, उन्हें इतनी सुरक्षा क्यों मिलती है? और आम पर्यटकों को नहीं?” उन्होंने यह भी पूछा कि विवादित बयान देने वालों को सरकार समर्थन क्यों देती है, और VIP ट्रीटमेंट का आधार क्या होता है।
सुप्रीम कोर्ट वाले बयान पर भी पलटवार
अखिलेश यादव ने भाजपा नेता के सुप्रीम कोर्ट से जुड़े विवादित बयान का जिक्र करते हुए कहा था: “जिसे उसकी पार्टी ने ही यह कहकर खारिज कर दिया हो कि उसका विचार ‘व्यक्तिगत’ है, वह व्यक्ति एक पूर्व संवैधानिक पद सुशोभित कर चुके अधिकारी पर टिप्पणी करने लायक नहीं है। चुप रहे, उसी में उसकी इज़्ज़त है।”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है तस्वीर
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें अखिलेश यादव लंदन में किसी समारोह में नजर आ रहे हैं। हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि तस्वीर संसद सत्र के समय की ही है या किसी अन्य मौके की। फिर भी BJP इसे गैरहाजिरी और ‘देश-विरोधी’ मानसिकता के रूप में प्रचारित कर रही है।
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क्या बढ़ेगी यूपी की सियासी गरमी?
अखिलेश यादव और भाजपा नेताओं के बीच इस ताज़ा सोशल मीडिया वॉर से उत्तर प्रदेश की राजनीति में गर्मी बढ़ सकती है। 2024 लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष के गठबंधन और भाजपा के बीच तनाव पहले से ही चरम पर है। अब लंदन दौरे और पाकिस्तान का संदर्भ जुड़ जाने से राजनीतिक बयानबाज़ी और तेज़ होने की आशंका है।