
पॉलिटिकल डेस्क।
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए राजनीतिक पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही हैं। सपा ने मंगलवार को 3 प्रत्याशियों की एक और सूची जारी की है। इसके तहत एटा लोकसभा सीट से देवेंद्र यादव, पीलीभीत से हेमराज वर्मा और फैजाबाद से आनंद सेन को टिकट मिला है।

बता दें कि यूपी में बसपा-सपा गठबंधन कर एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। लेकिन समाजवादी पार्टी ने फैजाबाद से जिस आनंद सेन को टिकट दिया है। ये आनंद सेन कभी बसपा सरकार में लाल बत्ती वाली गाड़ी में घुमते थे और मुलायम सिंह यादव ने एक चर्चित हत्याकांड में इनकी संलिप्ता होने का मामला विधानसभा में उठाया था। दरअसल हम बात कर रहे हैं यूपी के बहुचर्चित शशि अपहरण व हत्याकांड की।
क्या है शशि अपहरण व हत्याकांड ?
मामला एक दलित युवती शशि के अपहरण और हत्या का है। 21 अक्टूबर 2007 को जब शशि के अपहरण व हत्या की घटना हुई तो उन दिनों मित्रसेन यादव सत्तादल के सांसद थे। उनके पुत्र आनंद सेन को भी राज्यमंत्री का रुतबा हासिल था। इस हाई प्रोफाइल घटना में विधायक आनंद सेन का नाम आरोपियों में शामिल होने के बाद बसपा सरकार में मिली लालबत्ती भी छिन गई। करीब एक साल बाद वह गिरफ्तार कर जेल की सींखचों के पीछे भेज दिए गए।
नवम्बर 2007 को सपा सुप्रिमो मुलायम सिंह यादव ने विधानसभा में आनंद सेन की हत्या में संलिप्ता का मामला उठाया था। वहीं शशिकांड मामले में सरकार व सेन परिवार की भद्द पिटने के कारण वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा ने सीटिंग एमपी होने के बावजूद मित्रसेन यादव का टिकट काट दिया था।
इससे खिन्न होकर उन्होंने सपा का दामन थाम लिया था। इस चुनाव में पहली बार ऐसा मौका आया जब मित्रसेन यादव को अपने ही गढ़ मिल्कीपुर विधानसभा में भी पराजय का सामना करना पड़ा।
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