जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. विधानसभा चुनाव में रामपुर के सांसद मोहम्मद आज़म खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म दोनों ही मैदान में उतर चुके हैं. बाप बेटे का मुकाबला रामपुर के नवाब से है. नवाब काजिम अली खां जहाँ आज़म खां के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं वहीं अब्दुल्ला आज़म के मुकाबले में नवाब काजिम अली के बेटे हैदर अली खां से है. पिछले चुनाव में नवाब काजिम अली खां ने स्वार सीट से अब्दुल्ला आज़म से मुकाबला किया था लेकिन बसपा के टिकट पर वह चुनाव हार गए थे. चुनाव हारने के बाद उन्होंने ही अब्दुल्ला आज़म के बर्थ सर्टिफिकेट का मामला उठाया था.
आज़म खां और अब्दुल्ला आज़म दोनों के नामांकन सही पाए गए हैं. आज़म खां जहाँ यह चुनाव सीतापुर जेल में रहते हुए लड़ रहे हैं वहीं अब्दुल्ला आज़म ने ज़मानत पर रिहा होने के बाद नामांकन किया है.

अब्दुल्ला आज़म ने रविवार को कहा है कि उनकी सुरक्षा में जो पुलिसकर्मी लगाए गए हैं उन पर उन्हें ज़रा भी भरोसा नहीं है. वह साथ चलते हैं तो लगता है कि जैसे वह उनकी रेकी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें कई बार यह महसूस हुआ है कि जैसे उनका पीछा किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि रामपुर और सवार से बीजेपी प्रत्याशी उन्हें सड़क दुर्घटना में मार सकते हैं.
अब्दुल्ला आज़म ने आरोप लगाया कि उनके साथ लगाये गए पुलिसकर्मी ही उन्हें फर्जी मुकदमे में जेल भेज सकते हैं. उनका कहना है कि सरकार ने पुलिस को उनका मूवमेंट पता करने के लिए उनके साथ लगाया है.
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