जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिठूर थानाध्यक्ष की प्रताड़ना से एक युवक की जान पर बन आई। थानाध्यक्ष ने हत्या की घटना में पूछताछ के लिए हिरासत में लाये दो युवकों को जमकर मारा पीटा और वहीं, एक युवक के प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डालकर करंट लगाया गया। जिससे एक युवक के कपड़ों में आग लग गई।
उसे गंभीर हालत में रामा मेडिकल यूनिवर्सिटी के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। थानाध्यक्ष की हरकत पर पुलिस के अधिकारी डैमेज कंट्रोल करने में जुटे हैं, उनका कहना है कि हिरासत में युवक ने माचिस से अपनी पैंट में आग लगा ली।
बिठूर क्षेत्र अंतर्गत पांच दिनों पूर्व मंधना चौकी के सामने से गुजरने वाली कानपुर- फर्रुखाबाद रेलवे लाइन के किनारे हत्या कर फेंका युवक का शव मिला था। जांच में बिठूर पुलिस ने आशंका जतायी कि हत्या के बाद शव को पटरी के किनारे हत्यारे फेंक गए।

घटना की जांच में बिठूर थानाध्यक्ष सुधीर पवार ने उन्नाव जनपद के मोनू और सोनू निषाद को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जुर्म न कुबूल करने पर थानाध्यक्ष ने दोनों को जमकर मारा पीटा और शरीर पर पेट्रोल डालकर करंट लगा दिया।
करंट लगने से मोनू के कपड़ों में आग लग गई, जिससे मोनू गंभीर रुप से जल गया। आनन-फानन में पुलिस ने मोनू को कल्याणपुर स्थित रामा हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। मंगलवार को बिठूर थानाध्यक्ष की अमानवीय करतूत उस वक्त सामने आई जब पीड़ित के परिजनों ने पुलिस उपाधीक्षक कल्याणपुर अजय कुमार से शिकायत की।
ये था पूरा मामला
29 मार्च को बिठूर रेलवे ट्रैक पर निर्मल नाम के शख्स की हत्या करके शव फेंका गया था। बिठूर पुलिस ने सोमवार रात (1 अप्रैल) को उन्नाव में रहने वाले दो दोस्तों सोनू और मोनू को पूछताछ के लिए पकड़ लाई।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने देर रात रात सोनू और मोनू से पूछताछ शुरू की। पुलिस ने पहले दोनों को जमकर पीटा। इसके बाद मोनू के प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डालकर करंट लगाया।

पुलिस का कहना है
मंगलवार दोपहर बाद यह मामला मीडिया के सामने आया तो पुलिस के आलाधिकारी बिठूर पुलिस के बचाव में उतर आए। एसएसपी अनंत कुमार ने बताया कि हत्या के एक मामले में सोनू और मोनू को जांच के लिए थाने लाया गया था।
पुलिस की पूछताछ से बचने के लिए मोनू ने अपने कपड़ों में आग लगा ली, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। उसका इलाज कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मोनू की जेब में माचिस पहले से पड़ी थी। तलाशी में इसका ध्यान नहीं दिया गया था।
पीड़ितों ने बताई अपनी व्यथा
सोनू निषाद का कहना है, ‘‘मैं घर में सो रहा था, तभी 2 जीप में पुलिसकर्मी पहुंचे और मुझे उठाकर थाने ले आए। थाने में मुझे और मोनू निषाद को जमकर पीटा गया। पुलिस ने मोनू का पैंट उतरवाकर पेट्रोल डाला। इसके बाद जैसे ही करंट लगाया तो आग लग गई।
वहीं, मोनू निषाद ने बताया, ‘‘पुलिस पूछताछ में कह रही थी कि सही बताओ वरना गोली मार देंगे। इसके बाद मुझे और सोनू को पीटा गया। मेरी पैंट उतरवा दी और पेट्रोल डाल दिया। करंट लगाने के बाद आग लग गई।
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