
पॉलीटिकल डेस्क
बिहार में कांग्रेस समेत छह क्षेत्रिय दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। लोकसभा चुनाव में मोदी के रथ को रोकने के लिए शरद यादव की लोजद पार्टी का विलय आरजेडी में होगा। कभी बीजेपी के साथी रहे शरद यादव इस बार आम चुनाव में आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
पिछले कई दिनों से सीट शेयरिंग को लेकर चल रही चर्चाओं को विराम लगाते हुए राष्ट्रीय जनता दल (आजेडी) के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पुर्वे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव में आरजेडी 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा शरद यादव आरजेडी के चुनाव चिन्ह से चुनाव लड़ेंगे। राजद के कोटे से भाकपा माले एक सीट पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
CPI(ML) को RJD कोटे से एक सीट
मनोज झा ने कहा,
‘इस गठबंधन की नींव 2014 में लालू प्रसाद यादव ने रखी थी। यह गठबंधन देश के संविधान को सुरक्षित रखने के लिए हुआ है। सीपीआईएमएल CPI (ML) को हमने अपने कोटे से एक सीट दी है।’
महागठबंधन में किस पार्टी को मिली कितनी सीट
राष्ट्रीय जनता दल (आजेडी) – 20
कांग्रेस – 9
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) – 5
हम – 3
वीआईपी – 3
भाकपा- 1
रामचंद्र पुर्वे ने बताया कि आरजेडी की विभा देवी को नवादा से, हम पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी को गया से, भूदेव चौधरी (RLSP) जमुई से चुनाव लड़ेंगे।
लोजद का राजद में विलय
राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने बताया कि लोजद पार्टी के प्रमुख शरद यादव राजद के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। चुनाव के बाद लोजद का राजद में विलय हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव के अलावा बिहार की दो सीटों पर उपचुनाव भी होंगे। महागठबंधन ने उपचुनाव के मद्देनजर भी प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। यहां नवादा से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के धीरेंद्र कुमार सिंह और डेहरी से आरजेडी कैंडिडेट मोहम्मद फिरोज हुसैन चुनावी मैदान में उतरेंगे।
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