नदीम एस अख्तर
चीन ने जैश चीफ मसूद अजहर को यूएन में बैन करने से लगातार तीसरी बार रोका। क्या बीजेपी, एनडीए के केंद्रीय मंत्री और पीएम अब सार्वजनिक रूप से चीन को आतंकवादियों का संरक्षक घोषित करेंगे? क्या चीन के हुक्मरानों को गरियाएंगे? क्या चीन के सामानों का भारत में बहिष्कार करने की घोषणा करेंगे? क्या ओप्पो, शाओमी और वीवो जैसे भारत में छाए स्मार्टफोन ब्रैंड्स की बिक्री पर रोक लगाने की पहल करेंगे? क्या चीन के साथ व्यापार खत्म किया जाएगा? क्या चीन के राष्ट्रपति को गुजरात ले जाकर नदी किनारे झूला झुलाने वाले पीएम नरेंद्र मोदी चीन पर सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे या उनको चेतावनी देंगे? चुनावी सभाओं में चीन की बैंड बजायेंगे और कहेंगे कि उनको झूला झुलाकर गलत किया! And last but not the least. क्या-देशप्रेमी भक्त और दलाल मीडिया चीन को भी पाकिस्तान की तरह मजा चखाने का माहौल बनाएंगे?

क्या टीवी के पर्दे पे चीन को नेस्तनाबूद करने के विजुअल चलेंगे? क्या अपना ईमान धर्म छोड़कर दलाली पे उतर चुके वे एंकर्स बहस में चीन पे हमले की हिमायत करेंगे जो पाकिस्तान पे आखिरी युद्ध की वकालत करते रहते हैं? क्या बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अबकी बार कोई गिनती बताएंगे कि चीन ने कश्मीर का हमारा जो इलाका हड़प रखा है, उसे पाने के लिए एयर स्ट्राइक में कितने चीनी सैनिकों को मारेंगे?

क्या ऐसा कुछ होगा? क्या हमारा विदेश मंत्रालय चीन की ऐसी तैसी करेगा? क्या हमारे पीएम ये कहेंगे कि पाकिस्तान की तरह चीन को भी घर में घुसकर मारेंगे? क्या 56 इंची सीने वाला पीएम चीन को सबक सिखाने वाला बयान भी देंगे? क्यों मित्रों? भाइयों और बहनों, ऐसा कुछ होगा क्या?
या फिर चारों तरफ शांति रहेगी? जैश चीफ मसूद अजहर को आतंकवाद का खेल खेलने की खुली छूट देने वाले चीन से भारत के मौजूदा सत्ताधारी सवाल तक नहीं पूछेंगे, उसे हड़काने की बात तो बहुत दूर की कौड़ी है। अगर ऐसा है तो इस देश की जनता मूर्ख नहीं, महामूर्ख है, क्योंकि पाकिस्तान के खिलाफ तो आपकी देशभक्ति जगती है पर बात जब चीन की आती है, उसपे हमले की आती है तो सबको सांप सूंघ जाता है।
जनता चुप्पी मार जाती है और नेता बिल में घुस जाते हैं। क्यों? चीन से डर लगता है? ड्रैगन खतरनाक है? क्या सारी देशभक्ति एक पिछड़े देश पाकिस्तान पे चूने लगती है? चीन का नाम आते ही सारी देशभक्ति सूख जाती है? क्यों? ऐसा ही है ना?

इसलिए कहता हूं कि नेताओं को एक्सपोज करिए। पाकिस्तान से लड़ेंगे और चीन से नहीं, ये नहीं हो सकता। चीन ज्यादा खतरनाक है। भारत से ज्यादा ताकतवर भी है और हमें समुद्र से लेकर थल और नभ तक में घेर चुका है। पूरी घेराबंदी है। वही चीन आतंक के सरगना मसूद अजहर को बार-बार बचाता है। इस बार भी बचाया। भारत और भारत के सत्ताधारी यानी पीएम मोदी खामोश है। चीन को धमकी तक नहीं दे रहे हम, उसके खिलाफ एक्शन तो दूर की बात है। ये सब क्या है? क्या आप सिर्फ मंदिर मस्जिद और पाकिस्तान के नाम पर वोट कीजिएगा। चीन घुसा आ रहा है। आपके नेता आपको बरगला रहे हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार है, लेख उनके निजी विचार हैं)
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