जुबिली स्पेशल डेस्क
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को प्रत्यर्पित करने की मांग पर भारत ने आधिकारिक प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह इस अनुरोध की समीक्षा न्यायिक और आंतरिक कानूनी प्रक्रियाओं के तहत कर रहा है।
हसीना (78) को हाल ही में ढाका के एक विशेष न्यायाधिकरण ने उनकी अनुपस्थिति में मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए मौत की सजा सुनाई है। अदालत ने उन्हें 2023 में छात्र-नेतृत्व वाले प्रदर्शनकारियों पर कथित सरकारी दमन के लिए जिम्मेदार माना।
भारत में शरण, फिर ढाका की मांग
पांच अगस्त 2023 को बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई थीं। उनके करीबी और पूर्व गृहमंत्री असदुज्जमान खान कमाल को भी इसी तरह के आरोपों में मौत की सजा दी गई है।
अदालती फैसले के बाद ढाका ने औपचारिक रूप से भारत को पत्र भेजकर प्रत्यर्पण संधि के तहत हसीना को वापस भेजने की मांग की है।

भारत की प्रतिक्रिया :“लोगों के सर्वोत्तम हितों के लिए प्रतिबद्ध”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा “इस अनुरोध पर न्यायिक और आंतरिक कानूनी प्रक्रियाओं के तहत गौर किया जा रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत बांग्लादेश में शांति, लोकतंत्र, स्थिरता और समावेशिता के हित में सभी पक्षों से रचनात्मक संवाद जारी रखेगा।
ढाका का दावा-“प्रत्यर्पण संधि के तहत भारत बाध्य”
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा कि मौजूद प्रत्यर्पण संधि के अनुसार, भारत का दायित्व है कि वह हसीना को फैसले के मद्देनज़र ढाका को सौंप दे।
हसीना का पलटवार “अनिर्वाचित सरकार का गैर-वैध फैसला”
फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शेख हसीना ने कहा कि यह सजा “एक ऐसे गैर-कानूनी न्यायाधिकरण ने दी है, जिसकी स्थापना और अध्यक्षता एक अनिर्वाचित सरकार ने की, जिसके पास कोई लोकतांत्रिक जनादेश नहीं है।”
चुनावों से पहले बड़ा राजनीतिक भूचाल
यह फैसला बांग्लादेश के आगामी संसदीय चुनावों से कुछ महीने पहले आया है। हसीना की अवामी लीग को फरवरी में होने वाले चुनावों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई है।
भारत के शुरुआती आकलन में बताया गया है कि सजा सुनाए जाने की प्रक्रिया में न्यायाधीशों की नियुक्ति और अन्य कई पहलुओं में “गंभीर खामियां” थीं। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह ढाका की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है।
सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात
नई दिल्ली आए बांग्लादेश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खलीलुर रहमान ने भारत के NSA अजित डोभाल को ढाका आने का निमंत्रण दिया है। इस पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि “समय आने पर इस पर विचार किया जाएगा।”
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