जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक जीत के बाद जहां नई सरकार गठन की तैयारी तेज है, वहीं महागठबंधन और विशेषकर आरजेडी गहरे संकट में फंसी दिख रही है। लालू यादव की पार्टी को इस चुनाव में करारी शिकस्त मिली है और अब परिवार व संगठन—दोनों जगह उथल-पुथल मची हुई है।
आरजेडी में सबसे पहले तेजप्रताप यादव को पार्टी और परिवार से अलग-थलग किया गया और अब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को लेकर बड़ा राजनीतिक भूचाल आया है।2022 में पिता लालू यादव को किडनी देकर सुर्खियों में आईं रोहिणी ने अचानक राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा कर दी है।

एक्स पर पोस्ट से मचा हलचल
रोहिणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा कर दावा किया कि वह सारी गलती और आरोप अपने ऊपर ले रही हैं, जैसा कि संजय यादव और रमीज ने उनसे ऐसा करने के लिए कहा था। इसी पोस्ट ने लालू परिवार के अंदर खलबली मचा दी है। उन्होंने आगे लिखा कि अब वह राजनीति से संन्यास ले रही हैं और परिवार से खुद को अलग कर रही हैं।
संजय यादव पर फिर उठे सवाल
रोहिणी के इस कदम के बाद एक बार फिर तेजस्वी यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले आरजेडी राज्यसभा सांसद संजय यादव पर सवाल उठने लगे हैं।
पार्टी या परिवार की ओर से अभी तक इस पूरे प्रकरण पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
देखना यह होगा कि क्या लालू यादव इस विवाद पर कोई सख्त कदम उठाते हैं।
तेजप्रताप पहले भी लगा चुके हैं आरोप
कुछ समय पहले तेजप्रताप यादव को पार्टी से बेदखल किया गया था और उस समय भी संजय यादव की भूमिका पर गंभीर आरोप लगे थे। तेजप्रताप कई मौकों पर संजय यादव को ‘जयचंद’ कहकर निशाना साधते रहे हैं।
कौन हैं संजय यादव?
बार-बार सुर्खियों में आ रहे संजय यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं। राजनीति में आने से पहले वे एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे।उनकी भाषा में हरियाणवी की झलक साफ दिखती है, लेकिन बिहार की राजनीति में उनका कद और प्रभाव आज किसी बड़े नेता से कम नहीं माना जाता।
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