Friday - 7 November 2025 - 8:02 AM

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ी ठंड, हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में

जुबिली स्पेशल डेस्क

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अब ठंड ने दस्तक दे दी है, और आने वाले दिनों में सर्दी में और इजाफा होने की संभावना है। वहीं, इसके साथ ही दिल्ली की हवा फिर से जहरीली हो गई है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।

तापमान में गिरावट और मौसम का हाल

तापमान में गिरावट: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 7 नवंबर की रात के बाद से दिल्ली में रात का तापमान 13 से 14 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा। दिन का तापमान भी 28 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहेगा।

दिसंबर जैसी सर्दी का एहसास: मौसम विभाग ने बताया है कि 7 नवंबर से 9 नवंबर के बीच ठंड और बढ़ेगी, जिससे दिल्लीवासियों को दिसंबर जैसी सर्द रातों का एहसास पहले ही होने लगेगा।

ठंडी हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ: पिछले 24 घंटों में तापमान में लगभग 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। साथ ही, 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही ठंडी हवाएं सर्दी को बढ़ा रही हैं। यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण हो रहा है।

कोहरे की शुरुआत: राजधानी में सुबह-सुबह कोहरा छाने की शुरुआत 5 नवंबर से ही हो गई थी, जो आने वाले दिनों में और अधिक देखने को मिल सकता है।

दिल्ली की हवा ‘जहरीली’ हुई, AQI ‘बहुत खराब’

ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली की वायु गुणवत्ता (Air Quality) एक बार फिर चिंताजनक हो गई है।वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI): केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI 311 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ (Very Poor) श्रेणी में आता है।

देश का चौथा सबसे प्रदूषित शहर: पीटीआई के अनुसार, दिल्ली फिलहाल देश के चौथे सबसे प्रदूषित शहर के रूप में दर्ज है, जबकि रोहतक (AQI 348) सबसे ऊपर है।

एनसीआर में AQI: नोएडा (257), गाजियाबाद (250), गुड़गांव (257) और ग्रेटर नोएडा (228) का AQI भी ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा।

प्रदूषण के मुख्य कारण: पराली और वाहन

वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान के लिए निर्णय सहायता प्रणाली (DSS) के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं, पराली जलाना (Stubble Burning): गुरुवार को PM 2.5 में पराली जलाने की हिस्सेदारी 21.5 प्रतिशत थी, जो शुक्रवार को बढ़कर 36.9 प्रतिशत तक पहुँच सकती है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की सैकड़ों घटनाएँ उपग्रह डेटा में दर्ज की गई हैं।

वाहनों से निकलने वाला धुआँ: वाहनों का धुआँ भी प्रदूषण को बढ़ाने में एक मुख्य भूमिका निभा रहा है। आशंका: 6 से 8 नवंबर के बीच वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ (Severe) श्रेणी में रहने की आशंका है। दिवाली के बाद से राजधानी की हवा लगातार ‘खराब’ और ‘बेहद खराब’ स्थिति में बनी हुई है, जिससे नागरिकों को साँस लेने में परेशानी हो सकती है।

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