Wednesday - 5 November 2025 - 2:49 PM

रूस का तोहफा: भारत को Kh-69 क्रूज़ मिसाइल की तकनीक मिलने का मौका

जुबिली न्यूज डेस्क

रूस ने भारत को Kh-69 स्टील्थ एयर-लॉन्च्ड क्रूज़ मिसाइल (ALCM) की ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (ToT) की पेशकश की है। इस मिसाइल को भारतीय वायुसेना के सुखोई-30MKI लड़ाकू विमानों पर लगाया जा सकता है, जिससे IAF की स्ट्राइक क्षमता में नई ताकत आएगी।

Kh-69 मिसाइल की खासियत

  • रेंज: 400 किलोमीटर

  • वजन: 710 किलोग्राम

  • वारहेड: 310 किलोग्राम हाई-एक्सप्लोसिव

  • डिज़ाइन: लो-ऑब्ज़र्वेबल (रडार से बचने योग्य)

  • गाइडेंस सिस्टम: इनर्शियल नेविगेशन, GLONASS/GPS, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/इन्फ्रारेड सीकर

  • तकनीकी लाभ: कम ऊंचाई पर उड़ान, दुश्मन एयर डिफेंस से बचाव, सटीक निशानेबाजी

सुखोई-30MKI पर मल्टी-मिशन क्षमता

वर्तमान में सुखोई-30MKI पर BrahMos-A सुपरसोनिक मिसाइल लगी है, जिसका वजन 2,500 किलोग्राम है और एक विमान पर केवल 1-2 मिसाइलें ही लग सकती हैं। Kh-69 हल्की होने के कारण, सुखोई पर एक साथ 4 मिसाइलें ले जाई जा सकती हैं, जिससे IAF को मल्टी-मिशन लचीलापन मिलेगा।

भारत में उत्पादन का अवसर

रूस ने कहा है कि अगर भारत 200-300 मिसाइलों का ऑर्डर देता है, तो वह:

  • ब्लूप्रिंट, मशीनिंग टूल्स और ट्रेनिंग उपलब्ध कराएगा

  • भारत में स्थानीय उत्पादन लाइन स्थापित करने में मदद करेगा

  • HAL या Bharat Dynamics Limited (BDL) जैसी कंपनियों को साझेदार बनाया जा सकता है

ये भी पढ़ें-मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम्स ने 13 किलो मारिजुआना और करोड़ों की विदेशी मुद्रा जब्त की

रणनीतिक महत्व और चुनौतियां

  • वर्तमान में IAF के पास 29 स्क्वाड्रन हैं, जबकि आवश्यकता 42 की है।

  • Kh-69 से चीन और पाकिस्तान के मोर्चों पर स्ट्राइक रेंज और सर्वाइवल क्षमता में सुधार होगा।

  • CAATSA प्रतिबंध और पश्चिमी देशों के साथ रक्षा सहयोग के कारण सौदा जटिल हो सकता है।

  • भारत 2026 की शुरुआत में इस पर अंतिम फैसला कर सकता है।

रूस का Kh-69 ToT ऑफर भारत के लिए Make in India और लंबी दूरी की स्टील्थ स्ट्राइक क्षमता को बढ़ाने का बड़ा अवसर माना जा रहा है।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com