जुबिली न्यूज डेस्क
समाजवादी पार्टी (सपा) के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आज़मी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए नारे “बटोगे तो कटोगे” पर कड़ा पलटवार किया है। आज़मी ने कहा कि देश को बांटने की नहीं, जोड़ने की ज़रूरत है।

“हम कहते हैं — बंटो मत, कटो मत, सब साथ रहो”
मुंबई में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अबू आज़मी ने कहा —“हम भी कहते हैं — बंटो मत, कटो मत, सब एक साथ रहो। एक साथ रहकर सांप्रदायिकता को कुचल दो। जो लोग इस देश को बांटना चाहते हैं, जो गांधी जी, डॉक्टर राम मनोहर लोहिया और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के उसूलों के खिलाफ हैं, उनके खिलाफ सबको एकजुट होना होगा।” उन्होंने आगे कहा कि भारत की ताकत उसकी एकता और विविधता में है, और जो लोग समाज को धर्म और जाति के नाम पर विभाजित करना चाहते हैं, उन्हें जनता अब जवाब देगी।
गांधी, लोहिया और अंबेडकर के विचारों वाली सरकार की अपील
अबू आज़मी ने कहा कि देश को एक बार फिर गांधीजी और अंबेडकरजी के विचारों पर चलने वाली सरकार की जरूरत है।“जब हमारे पूर्वजों ने अंग्रेज़ों को यहां से भगा दिया था, तो आज जो लोग संविधान की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं, उन्हें भी हटाना होगा। हमें ऐसी सरकार बनानी है जो गांधी और अंबेडकर के सिद्धांतों पर काम करे,” आज़मी ने कहा।
अबू आज़मी का यह बयान उस समय आया है जब बिहार में विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर (कल) को होना है। योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अपने प्रचार में कहा था — “बटोगे तो कटोगे”, जिसे विपक्ष ने सांप्रदायिक बयान करार दिया है।
सपा नेता का यह बयान कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के उस संदेश को मजबूत करता है, जिसमें “एकता बनाम विभाजन” की राजनीति को केंद्र में रखा गया है।
अबू आसिम आज़मी के इस बयान से स्पष्ट है कि समाजवादी पार्टी बिहार चुनावी माहौल में सद्भावना और एकता की राजनीति को आगे बढ़ाना चाहती है।जहां योगी आदित्यनाथ का नारा बीजेपी के लिए “कट्टरता” का प्रतीक बताया जा रहा है, वहीं सपा इसे “सामाजिक सद्भाव और संविधान रक्षा” की लड़ाई में बदलना चाहती है।
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