जुबिली स्पेशल डेस्क
इंतजार की घड़ियां अब खत्म होने को हैं। वो दिन, जिसका भारतीय महिला क्रिकेट टीम को आठ साल से इंतजार था, आखिरकार आ गया है। 52 साल से जिस ट्रॉफी को देखने की चाह आंखों में पल रही थी, अब वो हाथ की दूरी पर है। रविवार, 2 नवंबर 2025 ये तारीख भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो सकती है।
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में जब 11 नीली जर्सियां डीवाई पाटिल स्टेडियम में उतरेंगी, तो सिर्फ भारत के 150 करोड़ दिल ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के भारतीयों की धड़कनें भी उनके साथ होंगी।

फिर से गवाह बनेगा डीवाई पाटिल स्टेडियम
नवी मुंबई का डीवाई पाटिल स्टेडियम भारतीय क्रिकेट के कई ऐतिहासिक लम्हों का साक्षी रहा है। IPL के रोमांचक फाइनल से लेकर विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के पहले सीजन के शिखर तक इस मैदान ने कई सपनों को उड़ान दी है।
मार्च 2023 में हरमनप्रीत कौर ने यहीं पहली WPL ट्रॉफी उठाई थी। अब, लगभग ढाई साल बाद, वही कप्तान, वही जज्बा और वही मैदान एक और इतिहास रचने की दहलीज पर है।
रविवार को होने वाला ICC विमेंस वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल पिछले 25 सालों में महिला क्रिकेट का सबसे अहम मुकाबला माना जा रहा है, जहां भारत और साउथ अफ्रीका आमने-सामने होंगे।
दोनों टीमें पहली बार खिताब के लिए उतरेंगी। भारत जहां 2005 और 2017 के फाइनल में मिली हार का बदला लेना चाहेगा, वहीं साउथ अफ्रीका अपनी पहली वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतकर नया इतिहास लिखना चाहेगा।
टीम इंडिया के सामने ‘इतिहास बदलने’ की चुनौती
इस वर्ल्ड कप का सफर दोनों टीमों के लिए आसान नहीं रहा। भारत और साउथ अफ्रीका — दोनों ही ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी दिग्गज टीमों से हार चुकी हैं। दिलचस्प बात ये है कि दोनों ने ही अपने सेमीफाइनल मुकाबले इन्हीं टीमों को हराकर फाइनल में जगह बनाई।
हालांकि, एक आंकड़ा भारत के खिलाफ जाता है, साउथ अफ्रीका ने इस टूर्नामेंट के लीग मैच में भारत को 251 रन का स्कोर डिफेंड करते हुए हराया था। यही नहीं, पिछले 20 साल में भारत ने वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका को नहीं हराया है। आखिरी बार जीत 2005 में मिली थी और उस साल भारत फाइनल तक पहुंचा था।
कौन बदल सकता है मैच का रुख
टीम इंडिया के लिए इस बार बल्लेबाजी उसकी सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी है। सेमीफाइनल में 339 रन के वर्ल्ड रिकॉर्ड चेज़ ने पूरे देश को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कप्तान हरमनप्रीत कौर, जेमिमा रॉड्रिग्ज़, और इनफॉर्म स्मृति मंधाना (389 रन) किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की कमर तोड़ सकती हैं। वहीं, दीप्ति शर्मा, रेणुका सिंह और श्री चरणी की गेंदबाजी भारत की उम्मीदों की रीढ़ है।
दूसरी ओर, साउथ अफ्रीका के लिए कप्तान लॉरा वुल्वार्ट सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं। टूर्नामेंट की टॉप रन-स्कोरर (470 रन) वुल्वार्ट अगर चल गईं, तो भारत के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं, ऑलराउंडर मारिजन काप का प्रदर्शन (सेमीफाइनल में 42 रन और 5 विकेट) टीम इंडिया के लिए बड़ा अलार्म है।
2 नवंबर: क्या फिर दोहराएगा इतिहास?
साढ़े 14 साल पहले, 2 अप्रैल 2011 को, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एमएस धोनी की टीम ने 28 साल का इंतजार खत्म कर वर्ल्ड कप जीता था। अब, संयोग से उसी तारीख को — 2 नवंबर — हरमनप्रीत कौर की टीम के पास महिला क्रिकेट में वही सपना साकार करने का मौका है।
अगर भारत ने ये फाइनल जीत लिया, तो नवी मुंबई की गलियों से लेकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक, सड़कों पर एक बार फिर क्रिकेट का जश्न उमड़ेगा — और शायद इस बार, इतिहास सच में अपना रुख बदल दे।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
