जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार जबरदस्त गर्मी है — रैलियों की रफ्तार तेज़ है और मैदान में एक नई ‘Gen Z’ (युवा पीढ़ी) उतर चुकी है। जहां कई बुजुर्ग नेता अपने आख़िरी चुनाव की तैयारी में हैं, वहीं नई पीढ़ी राजनीति में अपनी पारी की शुरुआत जीत के साथ करने को तैयार है।

बिहार चुनाव में Gen Z की दस्तक
बिहार में इस बार लगभग 10 युवा प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी उम्र 30 साल या उससे कम है। इनमें से 4 उम्मीदवार Gen Z पीढ़ी (1997–2012 में जन्मे) हैं — यानी डिजिटल युग के बच्चे, जिन्होंने मोबाइल और सोशल मीडिया के साथ आंखें खोलीं।इन युवा चेहरों पर राजनीतिक दलों ने भरोसा जताया है। इनमें से ज़्यादातर पढ़े-लिखे और सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं।
मैथिली ठाकुर — सबसे युवा और चर्चित चेहरा
Gen Z प्रत्याशियों में सबसे चर्चित नाम मैथिली ठाकुर का है। 25 साल की मैथिली एक मशहूर गायिका और सोशल मीडिया स्टार हैं — इंस्टाग्राम पर 6 मिलियन और यूट्यूब पर 5 मिलियन से ज़्यादा फॉलोअर्स के साथ वह डिजिटल दुनिया में बड़ा नाम हैं।
उन्होंने हाल ही में बीजेपी ज्वाइन की और पार्टी ने उन्हें दरभंगा जिले की अलीनगर सीट से टिकट दिया है। यह सीट आरजेडी नेता बिनोद मिश्रा का गढ़ मानी जाती है। यहां से पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी भी चुनाव लड़ चुके हैं।
रवीना कुशवाहा — 26 साल छोटी पत्नी अब मैदान में
27 साल की रवीना कुशवाहा जनता दल (यू) से विभूतिनगर सीट से चुनाव लड़ रही हैं।वह पूर्व विधायक राम बालक कुशवाहा की दूसरी पत्नी हैं, जो कानूनी कारणों से इस बार चुनाव नहीं लड़ पाए।रवीना अब उनकी जगह मैदान में हैं। दोनों की उम्र में 26 साल का अंतर है।
शिवानी शुक्ला — कानून की पढ़ाई कर लौटीं बाहुबली की बेटी
28 साल की शिवानी शुक्ला आरजेडी की उम्मीदवार हैं और वैशाली जिले की लालगंज सीट से चुनाव लड़ रही हैं।
वह बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की बेटी हैं।शिवानी ने लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स से LLM की डिग्री ली है और बेंगलुरु से BA-LLB किया है।उनका मुकाबला बीजेपी विधायक संजय कुमार सिंह से है।
दीपू सिंह — माता-पिता दोनों विधायक, अब बेटे की बारी
28 साल के दीपू सिंह भी आरजेडी के टिकट पर भोजपुर जिले की संदेश सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।उनके पिता अरुण यादव और मां किरण देवी दोनों विधायक रह चुके हैं।परिवार का इस सीट पर गहरा प्रभाव है, इसलिए दीपू की राह आसान मानी जा रही है।
Gen Z के करीब उम्र वाले युवा चेहरे
इनके अलावा तीन और युवा उम्मीदवार (29 वर्ष के) भी मैदान में हैं —
-
रविरंजन (आरजेडी, अस्थावां – नालंदा)
-
धनंजय कुमार (CPI-ML, भोरे – गोपालगंज)
-
रूपा कुमारी (LJP (रामविलास), फतुहा – पटना)
वहीं 30 साल के तीन प्रत्याशी —
-
आदित्य कुमार (सकरा, मुजफ्फरपुर)
-
कोमल कुशवाहा (गायघाट, मुजफ्फरपुर)
-
राकेश रंजन (शाहपुर, भोजपुर)
भी पहली बार किस्मत आज़मा रहे हैं।
क्यों है Gen Z की एंट्री अहम
Gen Z वह पीढ़ी है जिसने इंटरनेट, सोशल मीडिया और स्मार्टफोन के साथ पलना सीखा।ये युवा राजनीति को नए नजरिए से देखते हैं — पारदर्शिता, सोशल कनेक्ट और नई सोच के साथ। दिलचस्प बात यह है कि चार में से तीन Gen Z प्रत्याशी महिलाएं हैं — यानी बिहार की राजनीति में महिला युवाओं की मजबूत एंट्री।
ये भी पढ़ें-UP IAS Transfer: 12 घंटे में दोबारा तबादला, महेंद्र कुमार सिंह रामपुर से हटे, गुलाब चंद बने नए CDO
नतीजे क्या कहते हैं, यह जनता तय करेगी
Gen Z के इन उम्मीदवारों में केवल मैथिली ठाकुर ही ऐसी हैं जिनका परिवार राजनीति से नहीं जुड़ा है।बाकी सभी किसी न किसी राजनीतिक परिवार से हैं।अब देखना होगा कि क्या यह नई पीढ़ी बिहार की राजनीति में नई हवा ला पाएगी या दिग्गज नेता ही फिर से मैदान मारेंगे।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
