जुबिली न्यूज डेस्क
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) में चल रही नाराजगी खत्म होती नजर आ रही है। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के बीच सहमति बन चुकी है कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार (CM Face) घोषित किया जाएगा। महागठबंधन की ओर से इसका औपचारिक ऐलान जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया जाएगा।
तेजस्वी यादव होंगे महागठबंधन का चेहरा
आरजेडी सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर अब महागठबंधन के सभी सहयोगी दलों ने मुहर लगा दी है।
इस घोषणा के साथ ही महागठबंधन “चलो बिहार, बिहार बदलें” का नया नारा देने वाला है। यह नारा तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनावी प्रचार का मुख्य संदेश बनेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के पोस्टर पर केवल तेजस्वी यादव की तस्वीर
महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस पटना के मौर्या होटल में आयोजित की जाएगी।इस कार्यक्रम में आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई (ML), सीपीआई (M), सीपीआई और आईआईआईपी के शीर्ष नेता शामिल होंगे। दिलचस्प बात यह है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के पोस्टर पर सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर लगाई गई है। पोस्टर में किसी अन्य नेता की फोटो नहीं है, जिससे साफ है कि गठबंधन ने एकजुट होकर तेजस्वी को अपना चेहरा मान लिया है।
कांग्रेस और आरजेडी के बीच बनी सहमति
गौरतलब है कि सीट बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन में पहले मतभेद थे, जिसके चलते कई सीटों पर सहयोगी दल आमने-सामने आ गए थे। इस स्थिति को सुलझाने के लिए 22 अक्टूबर को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिहार चुनाव प्रभारी अशोक गहलोत ने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी।मुलाकात के बाद गहलोत ने कहा था कि “इंडिया गठबंधन में सब कुछ ठीक है और जल्द स्थिति स्पष्ट होगी।” अब वही बात सही साबित होती दिख रही है, क्योंकि कांग्रेस और आरजेडी दोनों ने तेजस्वी के नेतृत्व को मंजूरी दे दी है।
उम्मीदवारों की वापसी की भी संभावना
सूत्रों के मुताबिक, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महागठबंधन के दल उन सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार वापस ले सकते हैं, जहाँ INDIA के दो सहयोगी आमने-सामने हैं। इस कदम से गठबंधन की एकता का संदेश जाएगा और विपक्ष की रणनीति मजबूत होगी।
बिहार चुनाव 2025 से पहले इंडिया गठबंधन का एक चेहरा सामने आ चुका है। तेजस्वी यादव के रूप में विपक्ष ने अब साफ संदेश दिया है कि वे नीतीश कुमार और एनडीए के खिलाफ एकजुट होकर मैदान में उतरने को तैयार हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि तेजस्वी की अगुवाई में महागठबंधन बिहार की सत्ता तक पहुंच पाता है या नहीं।