जुबिली स्पेशल डेस्क
तेल अवीव में शनिवार को सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे और गाजा में जारी युद्ध को तुरंत खत्म करने तथा सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए सरकार से ठोस समझौता करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह पहले भी शांति समझौतों में अड़चन डाल चुके हैं, लेकिन इस बार उन्हें उम्मीद है कि वार्ता आगे बढ़ेगी।
एक प्रदर्शनकारी गिल शेली ने कहा, “हम अगवा किए गए लोगों की रिहाई को लेकर चिंतित हैं। हम युद्ध रोकना चाहते हैं। हमें नेतन्याहू पर भरोसा नहीं है, लेकिन इस वक्त हमें डोनाल्ड ट्रंप की पहल पर पूरा विश्वास है।”

हमास ने दी ट्रंप की शांति योजना को हरी झंडी
फिलिस्तीनी संगठन हमास ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘पीस प्लान’ के अहम बिंदुओं पर सहमति जताई थी। इसमें युद्ध समाप्त करना, इजरायली सेना की वापसी, बंधकों की रिहाई और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई जैसे मुद्दे शामिल हैं।
शनिवार सुबह तक इजरायल के हवाई हमले जारी थे, हालांकि उनकी तीव्रता कम कर दी गई। इससे पहले ट्रंप ने इजरायल से हमले रोकने की अपील करते हुए कहा था कि हमास अब शांति वार्ता के लिए तैयार है।
इजरायल सरकार की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि हमास की प्रतिक्रिया के बाद नेतन्याहू प्रशासन ‘ट्रंप की गाजा योजना के पहले चरण’ को तुरंत लागू करने की तैयारी कर रहा है। इस चरण के तहत सबसे पहले इजरायली बंधकों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू होगी।