जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव की आहट के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी चुनावी रणनीति तेज कर दी है। पार्टी ने इस बार बूथ से लेकर विधानसभा और लोकसभा स्तर तक संगठन को मजबूत करने के लिए 45 प्रवासी नेताओं को मैदान में उतारा है। इन नेताओं को अलग-अलग राज्यों से लाया गया है और हर एक को 6-6 विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पटना में हुई अहम बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह-प्रभारी सी.आर. पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसी बैठक में प्रवासी नेताओं को मिशन ‘बिहार फतह’ की जिम्मेदारी सौंपकर विभिन्न क्षेत्रों में रवाना कर दिया गया।
कौन हैं ‘स्पेशल 45’?
सूची में छत्तीसगढ़ से सांसद संतोष पांडेय, विजय बघेल और सरोज पांडेय; दिल्ली से रमेश बिधूड़ी, कमलजीत शाहरावत और हर्ष मल्होत्रा; गुजरात से देवूसिंह चौहान, मितेश पटेल और अमित ठाकरे जैसे नेता शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से भी कई सांसद, पूर्व सांसद और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी इस लिस्ट में जगह पाए हैं।
अगला चरण-विधानसभा स्तर पर तैनाती
बीजेपी रणनीति के मुताबिक, आने वाले हफ्तों में विधानसभा स्तर पर भी नेताओं की तैनाती होगी। इन प्रवासी नेताओं का काम सिर्फ प्रचार तक सीमित नहीं होगा, बल्कि स्थानीय कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना और एनडीए गठबंधन के लिए हर सीट पर जीत सुनिश्चित करना भी है। पार्टी को उम्मीद है कि ‘स्पेशल 45’ का अनुभव और संगठनात्मक पकड़ चुनावी नतीजों को प्रभावित करेगी।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
