जुबिली न्यूज डेस्क
आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) और पाकिस्तान की पोल खोलने वाला बड़ा खुलासा सामने आया है। लश्कर कमांडर ने स्वीकार किया है कि हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में पाकिस्तान को मुरीदके (Muridhke) में भारी नुकसान झेलना पड़ा। यह वही इलाका है जहां लश्कर का बड़ा अड्डा मौजूद है और जिसे पाकिस्तान लंबे समय से सुरक्षित बताता आया है।
ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर को बड़ा झटका
सूत्रों के मुताबिक, लश्कर कमांडर ने मान लिया है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई से पाकिस्तान को गंभीर क्षति हुई। मुरीदके में आतंकी ठिकानों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा। यह वही ठिकाना है जहां लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय और कई ट्रेनिंग कैंप संचालित होते हैं।
पाकिस्तान के दावों की खुली पोल
पाकिस्तान अक्सर अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह दावा करता रहा है कि उसकी जमीन पर आतंकी गतिविधियां नहीं हैं, लेकिन इस कबूलनामे ने उन दावों की सच्चाई उजागर कर दी है। लश्कर कमांडर की स्वीकारोक्ति ने यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान न केवल आतंकियों को पनाह देता है बल्कि उन्हें ट्रेनिंग और हथियार भी उपलब्ध कराता है।
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मुरीदके क्यों है खास?
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मुरीदके पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है।
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यह लश्कर-ए-तैयबा का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता है।
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यहीं से संगठन आतंकी गतिविधियों की प्लानिंग करता है।
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मुंबई 26/11 हमले के कई मास्टरमाइंड भी यहीं से संचालित हुए थे।
कुल मिलाकर, लश्कर कमांडर का यह कबूलनामा पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ा झटका है और इससे यह साफ हो गया है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत की रणनीति असर दिखा रही है।