जुबिली स्पेशल डेस्क
गोरखपुर ज़िले के पिपराइच थाना क्षेत्र में 19 वर्षीय नीट अभ्यर्थी दीपक की हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है। घटना में गंभीर लापरवाही सामने आने के बाद एसएसपी गोरखपुर राज करण नैय्यर ने कठोर कार्रवाई करते हुए जंगल धूसड़ पुलिस चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
जनपद गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में श्री दीपक गुप्ता की दुखद मृत्यु की घटना में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पाँच टीमों का गठन किया गया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में श्री दीपक गुप्ता की दुखद मृत्यु गोली लगने से नहीं बल्कि एंटी मॉर्टम हेड इंजरी से होना पाया गया है । पुलिस सभी… pic.twitter.com/ApWocyPTA8— UP POLICE (@Uppolice) September 16, 2025
कैसे हुई वारदात?
सोमवार देर रात लगभग 3 बजे पशु तस्कर तीन गाड़ियों के साथ जंगल धूसड़ गांव पहुंचे और मवेशियों को खोलने लगे। शोर सुनकर ग्रामीण घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान नीट की तैयारी कर रहा दीपक भी बाहर आया और ग्रामीणों के साथ तस्करों का पीछा करने लगा।
भागते समय तस्करों की एक गाड़ी कीचड़ में फंस गई, जिससे उनका ग्रामीणों से आमना-सामना हो गया। दोनों ओर से पथराव हुआ। अफरातफरी के बीच तस्करों ने दीपक को जबरन गाड़ी में बैठा लिया। कुछ ही घंटों बाद उसका शव गांव से करीब 4 किलोमीटर दूर सरैया गांव में बरामद हुआ।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक के सिर पर गंभीर चोटें आने की पुष्टि हुई है। गोली लगने की बात सामने नहीं आई। एसएसपी ने विशेष जांच टीम गठित की है और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
क्यों भड़के ग्रामीण?
गांववालों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के कारण तस्कर लंबे समय से सक्रिय हैं और प्रशासन आंख मूंदे बैठा है। दीपक की मौत के बाद ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा है। उनका कहना है कि समय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो यह घटना टल सकती थी। अब ग्रामीण आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग कर रहे हैं।
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