जुबिली न्यूज डेस्क
भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर देश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A) की ओर से उम्मीदवार बनाए गए न्यायमूर्ति वीर सुदर्शन रेड्डी मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे। यहां उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, और वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव समेत कई नेताओं से मुलाकात की।
सपा मुख्यालय में गर्मजोशी से हुआ स्वागत
समाजवादी पार्टी मुख्यालय पर खुद अखिलेश यादव ने रेड्डी का स्वागत किया। प्रेस वार्ता में अखिलेश यादव ने कहा:”न्याय की इस लड़ाई में न्यायमूर्ति से बेहतर उम्मीदवार कोई नहीं हो सकता। संविधान, कानून और हक की रक्षा के लिए इंडिया गठबंधन ने बिल्कुल सही चयन किया है।”
उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि:”भाजपा उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद को भी एक विचारधारा विशेष से बांधना चाहती है, जो देशहित में नहीं है।“
“यह चुनाव हार-जीत नहीं, सिद्धांत की लड़ाई है” – अखिलेश यादव
अखिलेश ने यह भी कहा कि:”हम जानते हैं कि संख्या हमारे पक्ष में नहीं है, लेकिन यह चुनाव केवल हार या जीत का नहीं, बल्कि हमारे संविधान, लोकतंत्र और सिद्धांतों का सवाल है।“
उन्होंने उम्मीद जताई कि विपक्ष के प्रत्याशी को “अंतरात्मा की आवाज” पर वोट मिलेंगे, और न्यायमूर्ति वीर सुदर्शन रेड्डी “ऐतिहासिक वोटों से” जीत दर्ज करेंगे।
कौन हैं वीर सुदर्शन रेड्डी?
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सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश
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संवैधानिक मुद्दों और सामाजिक न्याय पर रही गहरी पकड़
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न्यायिक क्षेत्र में लंबा अनुभव और बेदाग छवि
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गठबंधन का संदेश: “न्यायमूर्ति बनाम विचारधारा की राजनीति”
BJP पर तीखा वार
अखिलेश यादव ने भाजपा पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को राजनीतिक हथियार बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा:”आज देश को एक न्यायप्रिय और संवैधानिक सोच वाले उपराष्ट्रपति की जरूरत है, न कि किसी विचारधारा के प्रचारक की।“
पॉलिटिकल बैकड्रॉप:
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NDA ने पहले ही अपने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषणा कर दी है
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INDIA गठबंधन संख्या बल में कमजोर, लेकिन नैतिक और वैचारिक आधार पर चुनाव लड़ने की रणनीति में
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उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य से विपक्ष को मजबूत समर्थन मिलने की उम्मीद