जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ऐतिहासिक यात्रा पूरी करने के बाद भारतीय मूल के पहले एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला रविवार सुबह अपनी पत्नी और बेटे के साथ लखनऊ पहुंचे। एयरपोर्ट पर उपमुख्यमंत्री और बड़ी संख्या में मौजूद लखनऊवासियों ने उनका तिरंगों और फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया। बैंड की धुनों से पूरा माहौल देशभक्ति के रंग में डूब गया।
सुरक्षा कारणों से घर जाने की अनुमति नहीं
सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा कारणों से शुभांशु को इस बार अपने घर जाने की अनुमति नहीं दी गई। उनका दौरा केवल विक्ट्री परेड तक सीमित रखा गया है।
इस आयोजन में वह विशेष कार में सवार होकर शामिल होंगे, जबकि उनके परिवार के लिए अलग ओपन जीप की व्यवस्था की गई है। परेड की सुरक्षा के लिए पुलिस का विशेष काफिला तैनात किया गया है। स्कूली बच्चे भी इस परेड का हिस्सा बने हैं, जिन्होंने एस्ट्रोनॉट की वेशभूषा पहनकर शुभांशु का स्वागत किया।

सीएम योगी से संभावित मुलाकात
सम्मान समारोह के बाद शुभांशु दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लोक भवन में मुलाकात कर सकते हैं।
ऐतिहासिक उपलब्धि
शुभांशु शुक्ला को एक्सिओम-4 मिशन के लिए प्राइम एस्ट्रोनॉट चुना गया था। यह मिशन नासा, स्पेसएक्स और एक्सिओम स्पेस के सहयोग से 25 जून 2025 को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च हुआ। मिशन में वे पायलट थे, जबकि कमांडर पैगी व्हिटसन के नेतृत्व में पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नांस्की-विस्निवस्की और हंगरी के टिबोर कपु भी शामिल रहे।
ISS पर अपने 18 दिन के प्रवास के दौरान शुभांशु ने सात भारतीय प्रयोग किए, जिनमें माइक्रोएल्गी रिसर्च, मूंग-मेथी के अंकुरण, सूक्ष्मजीव अध्ययन और माइक्रोग्रैविटी का मानव मांसपेशियों पर प्रभाव जैसे परीक्षण शामिल थे।
लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बने। उन्होंने इस मिशन के अनुभव को “जीवन का सबसे रोमांचक अध्याय” बताया।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
