जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। आईपीएल और प्रो कबड्डी लीग की तरह अब खो-खो खिलाड़ी भी प्रोफेशनल मंच पर चमकेंगे। उत्तर प्रदेश में पहली बार पारंपरिक खेल को नई पहचान देने के लिए “उत्तर प्रदेश प्रो खो-खो लीग” का आयोजन किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस लीग में पुरुषों के साथ महिलाएं भी उतरेंगी, जिससे खेल का रोमांच और बढ़ जाएगा।
रविवार को केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित बैठक में चेयरमैन धर्मेंद्र, अध्यक्ष डॉ. सुधा रानी और महासचिव चंद्र भानु सिंह ने लीग की औपचारिक घोषणा की। इस पहले संस्करण की मेजबानी नोएडा करेगा। आयोजन की जिम्मेदारी 100 स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के पास होगी, जिसके प्रतिनिधि सुनील भाटी मौजूद रहे।
कब और कहाँ होंगे मुकाबले?
- लीग का पहला संस्करण अप्रैल 2026 में होगा।
- मुकाबले नोएडा में होंगे, जबकि प्रचार-प्रसार बढ़ाने के लिए अयोध्या और लखनऊ में भी मैच कराने की योजना है।
- पुरुष बनाम महिला – कौन उतरेगा मैदान में?
- पुरुष टीमों में: गाजियाबाद, मेरठ, वाराणसी, नोएडा, अयोध्या और लखनऊ।
- महिला टीमों में: गोरखपुर, आगरा, बिजनौर, नोएडा, लखनऊ और गाजियाबाद।
टीम और बजट का खाका
- कुल 12 टीमें (6 पुरुष + 6 महिला)।
- हर टीम में 15 खिलाड़ी – 10 यूपी से, 2 फ्रेंचाइज़ी से और 3 राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय आइकॉन खिलाड़ी।
- खिलाड़ियों की नीलामी नवंबर 2025 में होगी।
- बेस प्राइस: ₹11,000, ₹25,000 और ₹51,000।
- खिलाड़ियों को ए, बी और सी श्रेणी में बांटा जाएगा।
- प्रति टीम लागत: 20-25 लाख रुपए।
- पूरे टूर्नामेंट का बजट: 2-3 करोड़ रुपए।
- लीग का फॉर्मेट
- टूर्नामेंट 10 दिन चलेगा।
- इसमें दो चरण होंगे – लीग स्टेज और नॉकआउट।
खिलाड़ियों को मिलेगा बड़ा मंच
खो-खो एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य विनोद कुमार सिंह ने कहा “यह लीग न सिर्फ खो-खो को नई पहचान देगी बल्कि यूपी के खिलाड़ियों को वह मंच दिलाएगी जिसकी उन्हें अब तक तलाश थी। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से जुड़ने का मौका मिलेगा और स्थानीय खिलाड़ियों को बड़ा एक्सपोज़र मिलेगा।”