जुबिली स्पेशल डेस्क
दुनिया की राजनीति में एक मुलाकात कभी-कभी भूचाल ला देती है। अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात भी अब वैसी ही चर्चा में है।
वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर बवाल मच गया — कई लोगों को शक है कि ट्रंप से मिलने वाले असली पुतिन नहीं, बल्कि उनका डुप्लीकेट थे!
क्यों उठे सवाल?
वीडियो में पुतिन सामान्य से ज़्यादा हंसते और मुस्कुराते दिखाई दिए। जबकि दुनियाभर में उनकी छवि एक सख्त और गंभीर नेता की है।
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कुछ यूजर्स ने लिखा – “असल पुतिन इतनी आसानी से नहीं हंसते।”
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कईयों ने उनके चेहरे की हड्डियों और मुस्कान में फर्क बताकर कहा कि ये ‘फेक पुतिन’ हैं।
ट्विटर और रेडिट पर #FakePutin और #PutinDouble ट्रेंड करने लगे।
पहले भी लग चुके हैं ऐसे आरोप
यह पहली बार नहीं है जब पुतिन के हमशक्लों की चर्चा हुई हो। पहले भी कई मौकों पर उनके चेहरे की बनावट, कान और जबड़े की लाइन को लेकर अटकलें लगती रही हैं। हालांकि, क्रेमलिन हमेशा इन दावों को झूठा बताता रहा है।
अब सोशल मीडिया पर लोग मजाक उड़ा रहे हैं “असल पुतिन तो शायद मॉस्को में होंगे, अलास्का में सिर्फ डुप्लीकेट भेजा गया!”
“ट्रंप तो पहचान ही नहीं पाए कि सामने कौन खड़ा है।”
पहले से हाथ आगे करके खड़ा था ट्रम्प ये है पुतिन पॉवर 😎
— Gurpreet Garry Walia (@garrywalia_) August 15, 2025