जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच चल रहा टैरिफ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को लेकर देश और दुनिया में बहस तेज हो गई है। इसी बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर ने अपने संपादकीय में अमेरिका पर बड़ा हमला बोला है। संपादकीय में कहा गया है कि अमेरिका लोकतंत्र और आजादी के नाम पर तानाशाही और आतंकवाद फैला रहा है।
लोकतंत्र के नाम पर फैला रहे आतंकवाद – ऑर्गेनाइजर
ऑर्गेनाइजर के संपादकीय में लिखा गया,“स्वतंत्रता और लोकतंत्र के मसीहा होने का दिखावा करते हुए अमेरिका विश्व में आतंकवाद और तानाशाही को बढ़ावा दे रहा है। व्यापार युद्ध और टैरिफ संप्रभुता में हस्तक्षेप और उसे कमजोर करने के नए हथियार बन गए हैं।” यानी RSS ने साफ तौर पर कहा कि टैरिफ और व्यापार युद्ध अब संप्रभु देशों की स्वतंत्रता पर हमला करने के औजार बन चुके हैं।
UN और WTO को बताया अक्षम
संपादकीय में संयुक्त राष्ट्र (UN) और विश्व व्यापार संगठन (WTO) की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। ऑर्गेनाइजर ने लिखा कि ये संस्थाएं अप्रासंगिक और अक्षम हो चुकी हैं और वैश्विक आर्थिक संकट को संभालने में विफल रही हैं।
भारत पर टिकी दुनिया की उम्मीद
RSS के मुखपत्र के अनुसार,“आर्थिक अनिश्चितता, सैन्य टकराव, तकनीकी एकाधिकार और पर्यावरणीय संकट से जूझ रही दुनिया अब भारत की ओर उम्मीद से देख रही है।”ऑर्गेनाइजर ने कहा कि भारतीय मूल्यों पर आधारित सतत, न्यायपूर्ण और समावेशी विकास मॉडल ही समाधान हो सकता है।
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एकध्रुवीय विश्व व्यवस्था का पतन
संपादकीय में दावा किया गया कि“दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी उदारवादी व्यवस्था अब टूट रही है। दुनिया फिर से अस्थिरता, संघर्ष और अराजकता की ओर बढ़ रही है।”
RSS ने वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत को वैश्विक शांति की कुंजी बताते हुए स्वधर्म, स्वदेशी और स्वराज की भावना को पुनर्जीवित करने की बात कही।