जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जारी करने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है।
1 अगस्त 2025 से नए UAN बनाने के लिए आधार कार्ड से फेस ऑथेंटिकेशन (चेहरे की पहचान) अनिवार्य कर दी गई है। यह प्रक्रिया केवल उमंग (UMANG) ऐप के जरिए ही पूरी होगी।
किन्हें होगी परेशानी?
विशेषज्ञों के अनुसार, यह नया नियम उन कर्मचारियों के लिए चुनौती बन सकता है जिनका मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या फोन का कैमरा फेस स्कैन के लिए उपयुक्त नहीं है।
ऐसी स्थिति में उनका UAN बनना अटक सकता है, जिससे PF खाता भी सक्रिय नहीं हो पाएगा और मासिक PF जमा में देरी हो सकती है। हालांकि, पहले से EPFO में पंजीकृत और UAN नंबर रखने वाले कर्मचारियों पर यह नियम लागू नहीं होगा।
उमंग ऐप का रोल
उमंग ऐप भारत सरकार का एकीकृत प्लेटफॉर्म है, जहां EPFO समेत कई सरकारी सेवाएं उपलब्ध हैं। नए कर्मचारियों को अब इसी ऐप पर फेस ऑथेंटिकेशन कराना होगा, तभी उनका UAN जनरेट होगा।
क्यों जरूरी हुआ फेस ऑथेंटिकेशन?
EPFO के मुताबिक, एक ही व्यक्ति के नाम पर कई UAN बनने या किसी और के आधार से गलत UAN बनने की घटनाओं को रोकने के लिए यह तकनीक लागू की गई है। फेस ऑथेंटिकेशन से पहचान प्रक्रिया अधिक सटीक और सुरक्षित हो जाएगी।