जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली: लोकसभा में सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि पहलगाम हमले में शामिल तीनों आतंकियों को सुरक्षाबलों ने “ऑपरेशन महादेव” के तहत ढेर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने एक महीना से भी ज्यादा वक्त तक सघन सर्च ऑपरेशन चलाया था और 22 जुलाई को सेंसर्स के जरिए आतंकियों की मौजूदगी का इनपुट मिला, जिसके आधार पर यह सफल कार्रवाई की गई।
गृह मंत्री के मुताबिक, इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकियों की पहचान सुलेमान, अफजान और जिबरान के रूप में हुई है। मौके से बरामद हथियारों और कारतूसों की FSL जांच में पुष्टि हुई कि यही आतंकी पहलगाम हमले में शामिल थे। इनकी मदद करने वाले कुछ स्थानीय सहयोगियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
“मोदी जी ने आकाओं को मिट्टी में मिलाया”
अमित शाह ने सदन में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उन आतंकियों को भेजने वालों के नेटवर्क को खत्म किया गया और अब ऑपरेशन महादेव के जरिए उनके मोहरों को भी मिटा दिया गया।”
“आका तो पाकिस्तान है” – अखिलेश यादव की टोकाटाकी
जब अमित शाह ने आतंकियों के ‘आकाओं’ की बात की, तब सपा सांसद अखिलेश यादव ने बीच में टोकते हुए कहा, “आका तो पाकिस्तान है।” इस पर अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा, “आपकी पाकिस्तान से बात होती है क्या?” सदन में इस पर जोरदार हंगामा हुआ, और स्पीकर ओम बिड़ला को हस्तक्षेप करना पड़ा।
“आतंकियों का धर्म मत देखिए” – शाह का विपक्ष पर वार
अमित शाह ने विपक्षी सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा, “जब आतंकियों के मारे जाने की खबर दी जा रही है, तो देश की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हर सांसद को गर्व होना चाहिए। लेकिन कुछ चेहरों पर उदासी क्यों है? क्या ये आतंकी का धर्म देखकर दुखी हैं?” उन्होंने आगे कहा कि “मैंने खुद पहलगाम जाकर पीड़ितों से मुलाकात की थी। छह दिन पहले शादी हुई एक युवती को विधवा खड़े देखकर मैं आज भी विचलित हूं। मोदी सरकार ने उन परिवारों को न्याय दिलाया है।”
Speaking in the Lok Sabha during Special Discussion on India’s strong, successful and decisive ‘Operation Sindoor’. https://t.co/uMPdAYiwU6
— Amit Shah (@AmitShah) July 29, 2025
“जब आप सरकार में थे तो दाऊद और टाइगर मेनन क्यों भागे?”
विपक्ष के तीखे सवालों के जवाब में गृह मंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब दाऊद इब्राहिम, सैयद सलाउद्दीन और टाइगर मेनन जैसे आतंकी देश छोड़कर भागे। “हमने पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया है। लेकिन कांग्रेस सरकार के वक्त आप क्या कर पाए?”