जुबिली स्पेशल डेस्क
जुलाई 2024 में गौतम गंभीर ने जब से टीम इंडिया के मुख्य कोच का पदभार संभाला है, तब से टीम का प्रदर्शन लगातार गिरावट का शिकार रहा है।
गंभीर के कार्यकाल में अब तक भारत 8 टेस्ट, 2 वनडे और 2 टी20 मुकाबले गंवा चुका है। आगामी 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक उनका कार्यकाल तय है, लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए यह कहना मुश्किल नहीं कि उनकी कुर्सी खतरे में पड़ सकती है।
अभी इंग्लैंड दौरे पर चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत 1-2 से पीछे है और मैनचेस्टर टेस्ट में हार की कगार पर खड़ा है। इंग्लैंड की टीम पहले ही 544/7 रन बनाकर 186 रन की विशाल बढ़त हासिल कर चुकी है।
अगर भारत यह मैच हारता है तो सीरीज़ 1-3 से हाथ से निकल जाएगी और गंभीर के कार्यकाल में यह 9वीं टेस्ट हार होगी।
सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा, गंभीर की कोचिंग पर गंभीर सवाल
गौतम गंभीर के फैसलों को लेकर सोशल मीडिया पर फैंस काफी नाराज़ नज़र आ रहे हैं। कई यूज़र्स ने आरोप लगाया है कि उन्होंने विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों को समय से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर मजबूर कर दिया। वहीं मोहम्मद शमी को टीम से बाहर करना और इन-फॉर्म खिलाड़ियों की अनदेखी करना भी गंभीर की आलोचना का कारण बना है।
एक यूजर ने लिखा, “गौतम गंभीर वाकई टीम इंडिया के लिए आपदा साबित हो रहे हैं। कोहली-रोहित को हटाया, शमी को ड्रॉप किया और अपने करीबी लोगों को स्टाफ में जगह दी। इससे बुरा कोच शायद ही कोई रहा हो।”
एक अन्य यूजर ने गंभीर की तुलना पूर्व विवादित कोच ग्रेग चैपल से करते हुए लिखा, “गंभीर भी वही गलती दोहरा रहे हैं जो ग्रेग चैपल ने की थी। वे भारतीय क्रिकेट को बर्बादी की राह पर ले जा रहे हैं।”
कप्तान गिल को नहीं मिल रही कोचिंग सपोर्ट?
कुछ क्रिकेट एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि गंभीर युवा कप्तान शुभमन गिल के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रहे हैं। एजबेस्टन टेस्ट में शानदार शतक लगाने के बावजूद गिल को कप्तानी में जो सहयोग मिलना चाहिए था, वह अब तक नहीं दिखा।
अब सभी की निगाहें मैनचेस्टर टेस्ट के नतीजे पर टिकी हैं। अगर टीम इंडिया इस मैच को नहीं बचा पाती, तो गंभीर की कोचिंग पर सवाल और भी तेज़ हो सकते हैं।