जुबिली न्यूज डेस्क
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को अमेरिका द्वारा विदेशी आतंकी संगठन (FTO) घोषित किए जाने के बाद पाकिस्तान अब बैकफुट पर नजर आ रहा है। अमेरिकी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने पहली बार इस मुद्दे पर खुलकर सफाई दी है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात के बाद बयान जारी कर कहा, “अगर अमेरिका के पास TRF से जुड़े कोई सबूत हैं, तो पाकिस्तान उनका स्वागत करता है। लेकिन TRF का लश्कर-ए-तैयबा से कोई संबंध नहीं है।”
क्या है TRF?
‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ यानी TRF को सुरक्षा एजेंसियां लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट संगठन मानती हैं। इसकी शुरुआत 2019 में हुई थी, और तभी से यह सोशल मीडिया के जरिए भारत-विरोधी प्रचार और आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। TRF ने कई ग्रेनेड हमलों, सुरक्षाबलों पर हमलों और लक्षित हत्याओं की जिम्मेदारी भी ली है।
TRF ने 22 अप्रैल 2025 को पहल्गाम में हुए हमले की भी जिम्मेदारी ली थी, जिसमें कई नागरिकों की जान गई थी। इसके बाद भारत ने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र से TRF के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज कर दी थी।
भारत का रुख
भारत ने पहले ही जनवरी 2023 में TRF को UAPA कानून के तहत आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था। इसके अलावा भारत ने मई 2023, मई 2024 और नवंबर 2024 में UN की 1267 प्रतिबंध समिति के समक्ष TRF के खिलाफ सबूत पेश किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा था,“भारत पर्यटन में विश्वास करता है, लेकिन पाकिस्तान आतंकवाद को पर्यटन मानता है। यह दुनिया के लिए खतरनाक है।”
भारत का मानना है कि TRF को पाकिस्तान की सेना और ISI का समर्थन प्राप्त है और यह संगठन जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए बनाया गया है।
पाकिस्तान की सफाई
अमेरिका के सख्त रुख के बाद पाकिस्तान ने कहा है कि TRF से उसका कोई संबंध नहीं है। विदेश मंत्री डार ने कहा कि,“लश्कर-ए-तैयबा को पाकिस्तान ने वर्षों पहले खत्म कर दिया था। उसके खिलाफ कार्रवाई हुई, गिरफ्तारियां हुईं और संगठन को खत्म कर दिया गया।”
डार ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में उस बयान का विरोध किया था जिसमें TRF का नाम शामिल किया गया था। बाद में TRF का नाम उस बयान से हटा भी दिया गया।
अमेरिका ने क्यों घोषित किया TRF को आतंकी संगठन?
अमेरिका ने TRF को FTO (Foreign Terrorist Organization) और SDGT (Specially Designated Global Terrorist) करार देते हुए कहा कि यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा की ही एक नई पहचान है और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा है।
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अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि TRF, भारत में हिंसा और अस्थिरता फैलाने में सक्रिय रहा है और इसके सदस्य प्रशिक्षित आतंकियों से जुड़े हैं।