जुबिली न्यूज डेस्क
गुवाहाटी | कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने असम के चायगांव में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आरएसएस, भाजपा और राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर जोरदार हमला बोला। राहुल ने सीएम को “भ्रष्ट” बताते हुए कहा कि वह खुद को राजा समझते हैं, लेकिन एक दिन जेल जरूर जाएंगे। उनके इस बयान पर हिमंत ने तीखा पलटवार करते हुए उन्हें खुद की जमानत याद दिला दी।
“एक दिन जेल जाएंगे असम के मुख्यमंत्री” – राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सभा में कहा:“आज असम में जो हो रहा है, वही पूरे देश में हो रहा है। मुख्यमंत्री खुद को राजा समझते हैं लेकिन उनकी आंखों में डर है। क्योंकि उन्हें पता है कि कांग्रेस के बब्बर शेर एक दिन उन्हें जेल भेजेंगे।”
राहुल ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा असम की ज़मीन पर लगातार “चोरी” कर रहे हैं – कभी सोलर पार्क, कभी रिसॉर्ट तो कभी उद्योगों के नाम पर। उन्होंने दावा किया:“मैं जो कहता हूं, वह होता है। जैसे कोविड, नोटबंदी और गलत GST के बारे में बोला था। मैं कह रहा हूं – मीडिया जल्द ही आपके मुख्यमंत्री को जेल जाता हुआ दिखाएगा। मोदी और शाह भी उन्हें नहीं बचा पाएंगे।”
हिमंत बिस्वा सरमा का जवाब: “खुद जमानत पर हैं राहुल गांधी”
राहुल के इस हमले पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर तंज कसा:“लिख कर ले लीजिए, हिमंत बिस्वा सरमा को जेल जरूर भेजेगा – यही राहुल गांधी ने कांग्रेस की बंद बैठक में कहा। लेकिन नेता जी यह भूल गए कि वे खुद कई मामलों में जमानत पर बाहर हैं।”
उन्होंने कहा कि असम में मेहमान बनकर आए राहुल को असमिया संस्कृति की अथिति सत्कार का आनंद लेना चाहिए, न कि झूठे आरोपों से माहौल बिगाड़ना चाहिए।
बिहार के वोटर लिस्ट मुद्दे को भी जोड़ा
राहुल गांधी ने अपनी स्पीच में बिहार का भी जिक्र किया और कहा:“महाराष्ट्र में चुनाव चोरी किया गया, अब बिहार में नई वोटर लिस्ट बनाकर कांग्रेस-आरजेडी के वोटरों को हटाया जा रहा है। इसमें गरीब, मजदूर और किसान शामिल हैं। हम इसका विरोध कर रहे हैं, और असम में भी यही कोशिश होगी, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।”
राहुल का आरएसएस पर हमला
राहुल गांधी ने अपने भाषण में आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा को “नफरत फैलाने वाली” बताया। उन्होंने कहा:“एक ओर आरएसएस है जो नफरत और बांटने की बात करता है, दूसरी ओर कांग्रेस है जो प्यार और एकता की बात करती है। हम आरएसएस के नफरत के एजेंडे को खत्म करेंगे।”
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राहुल गांधी के तेवर और हिमंत सरमा का जवाब दोनों यह इशारा कर रहे हैं कि 2026 के असम विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी अब गति पकड़ रही है। भ्रष्टाचार, हिंदुत्व बनाम धर्मनिरपेक्षता, और वोटर लिस्ट जैसे मुद्दों को लेकर दोनों दलों में अब सीधी भिड़ंत दिखने लगी है।