जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने 17 साल के लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार आईपीएल ट्रॉफी जीत ली। 3 जून को जब विराट कोहली ने खिताबी ट्रॉफी उठाई तो करोड़ों फैंस की आंखें खुशी से नम हो गईं। लेकिन अब यह जश्न एक बड़े विवाद में बदलता नजर आ रहा है।
दरअसल, फाइनल जीत के बाद #ArrestKohli हैशटैग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर ट्रेंड कर रहा है। इसकी वजह है वो हादसा, जो ट्रॉफी उठाए जाने के ठीक उसी समय स्टेडियम के बाहर हुआ। भीड़ बेकाबू हो गई और मची भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई। इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
क्यों उठा “Arrest Kohli” ट्रेंड?
सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स विराट कोहली को इस हादसे का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि कोहली ने ही फैंस को स्टेडियम आने के लिए कहा था, और इसी वजह से वहां जरूरत से ज्यादा भीड़ इकट्ठा हो गई।
हालांकि, कोहली ने इस घटना को लेकर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। एक यूजर ने लिखा –“विराट ने ही लोगों से कहा था मैच देखने आने को, अब ज़िम्मेदारी कौन लेगा?”
वहीं एक और यूजर का कहना है –“जब अल्लू अर्जुन की फिल्म के शो में मौत हुई थी, तब सबने कहा था कि स्टार की कोई गलती नहीं, फिर विराट को क्यों दोष?”
फैंस ने की विराट की गिरफ्तारी की मांग
कुछ लोगों का मानना है कि एक स्टार होने के नाते विराट को भीड़ की संभावित प्रतिक्रिया का अंदाज़ा लगाना चाहिए था। उनका कहना है कि अगर विराट कोहली ने स्टेडियम में न आने का आग्रह किया होता, तो शायद जानें बच सकती थीं।
एक यूजर ने लिखा –“टीम का कप्तान वही है, जिम्मेदारी भी उसे लेनी चाहिए।”
बचाव में उतरे कोहली समर्थक
हालांकि सोशल मीडिया पर कई लोग विराट कोहली के समर्थन में भी सामने आए हैं। उनका कहना है कि भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी पूरी तरह से आयोजकों और प्रशासन की होती है, न कि खिलाड़ियों की।
एक यूजर ने लिखा –“यह प्रबंधन की असफलता है। खिलाड़ी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।”
दूसरे यूजर का तर्क था –“जश्न के दौरान कोहली को बाहर की स्थिति की कोई जानकारी नहीं थी। वो तो सिर्फ खेल रहे थे और टीम के साथ जीत मना रहे थे।”
अभी तक क्या हुआ?
-
हादसे में 11 फैंस की मौत और कई के घायल होने की पुष्टि
-
प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं कि भीड़ नियंत्रित क्यों नहीं की गई
-
अभी तक कोहली की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई
-
टीम RCB जीत के बाद बंगलोर में विक्ट्री परेड की तैयारी में व्यस्त है
क्या बोले एक्सपर्ट्स?
क्रिकेट एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं में किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराना न केवल गलत है, बल्कि भावनात्मक प्रतिक्रिया से ज़्यादा कुछ नहीं है। ऐसे मामलों में सुरक्षा एजेंसियों और आयोजकों की भूमिका सबसे अहम होती है।
ये भी पढ़ें-कौन हैं निखिल सोसले?बेंगलुरु भगदड़ मामले में किया गया गिरफ्तार
जहां RCB की ऐतिहासिक जीत को लेकर देशभर में जश्न मनाया जा रहा था, वहीं इस हादसे ने उस खुशी पर गहरा साया डाल दिया है। “Arrest Kohli” ट्रेंड के पीछे भावनाएं चाहे जो भी हों, लेकिन इस बहस ने सोशल मीडिया पर एक बड़ी नैतिक चर्चा को जन्म दे दिया है – कि किस हद तक एक सेलिब्रिटी जिम्मेदार होता है अपने फैंस की भीड़ और उनकी सुरक्षा के लिए?