जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में तैनात CO अनुज चौधरी का तबादला कर दिया गया है। उन्हें अब चंदौसी में CO नियुक्त किया गया है, जबकि ASP आलोक कुमार को नया संभल सर्किल अधिकारी बनाया गया है। यह तबादला उस वक्त हुआ है जब अनुज चौधरी को मिली क्लीन चिट निरस्त कर दी गई और उनके खिलाफ पुनः जांच शुरू कर दी गई है।
बयान जिसने विवाद खड़ा किया
CO अनुज चौधरी होली के त्योहार को लेकर दिए गए अपने एक बयान के कारण राष्ट्रीय चर्चा का विषय बने। उन्होंने कहा था:“अगर किसी को रंगों से असहजता है, तो वे होली पर घर के अंदर रहें। होली साल में एक बार आती है, लेकिन जुमा 52 बार आता है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि दोनों समुदायों को एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने ईद और होली के समान उत्सव और भाईचारे का संदेश भी दिया था। हालांकि, इस बयान को कुछ लोगों ने धार्मिक असंतुलन के रूप में देखा और पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।
क्लीन चिट निरस्त, दोबारा जांच शुरू
बयान को लेकर पहले अनुज चौधरी को क्लीन चिट दी गई थी, लेकिन मार्च 2025 में शिकायत के आधार पर इस क्लीन चिट को निरस्त कर दिया गया और दोबारा जांच शुरू हुई। इसके बाद सीनियर अफसरों ने उनके बयानों पर रोक लगाने के निर्देश भी दिए।
चंदौसी में नई जिम्मेदारी
अब अनुज चौधरी को चंदौसी कोर्ट और NAFIS (नेशनल ऑटोमैटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम) की देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह तबादला प्रशासनिक दृष्टिकोण से संवेदनशील माना जा रहा है।
घटनाक्रम की पृष्ठभूमि: कोट गर्वी हिंसा
CO अनुज चौधरी उस वक्त चर्चा में आए जब कोट गर्वी क्षेत्र में शाही जामा मस्जिद को लेकर अदालती आदेश के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। उसी समय के दौरान अनुज चौधरी ने यह विवादित बयान दिया था, जिसे कुछ वर्गों ने सांप्रदायिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना।
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प्रशासनिक हलकों में इसे प्रशासनिक फेरबदल माना जा रहा है, लेकिन कई राजनीतिक और सामाजिक संगठन इसे बयान की प्रतिक्रिया के रूप में देख रहे हैं। फिलहाल, अनुज चौधरी की दोबारा जांच जारी है और उन पर कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।