जुबिली न्यूज डेस्क
दीपावली पर आतिशबाजी के बाद शुक्रवार सुबह प्रदूषण की वजह से ताजमहल धुंधला दिखाई दिया। एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब कैटेगिरी में था जो शुक्रवार सुबह कुछ क्षेत्रों में 211 तक पहुंच गया। हवा की गुणवत्ता खराब होने से बुजुर्गों, अस्थमा और हृदय रोगियों को परेशानी हो रही है। दीपावली पर रात भर पटाखे और आतिशबाजी होती रही, जिससे आगरा की हवा में और अधिक प्रदूषण का ‘जहर’ घुल गया।

दिवाली की सुबह यानी 31 अक्टूबर को आगरा की हवा संतोषजनक थी। AQI 100 के लगभग रहा लेकिन शाम होते-होते इसमें जहर घुलने लगा। जैसे-जैसे पटाखे चलते गए हवा में प्रदूषण बढ़ता गया। पिछले साल दिवाली पर AQI सिर्फ 158 था। इसकी तुलना में इस साल आगरा की हवा में प्रदूषण का स्तर शुक्रवार सुबह औसत AQI 211 रहा, लेकिन ताजमहल सहित मनोहरपुर, रोहता, शास्त्रीपुरम व आवास विकास कॉलोनी में पीएम-2.5 और पीएम-10 का अधिकतम स्तर मानक से 4.1 गुना तक अधिक रहा।
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यह स्थिति तब है जब 15 अक्तूबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू हो चुका है। इसके तहत एडीए, पीडब्ल्यूडी, मेट्रो, नगर निगम, जल निगम व यातायात पुलिस सहित विभिन्न विभागों को वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए उपाय करने हैं। जाहिर है कि प्रशासन स्तर पर प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर खानापूर्ति हो रही है।यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों से शहरी क्षेत्र में हवा में सांस लेने में घुटन हो रही है। आंख और नाक में खुजली व गले में खराश और खांसी से लोग बेहाल हैं। ऐसे में दिवाली पर पटाखों की आतिशबाजी से हवा और खराब हो गई है।
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