जुबिली न्यूज डेस्क
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश ने उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ को नया नाम दिया है. राज्य में एनकाउंटर्स पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने एसटीएफ को स्पेशल ठाकुर फोर्स बताया. उन्होंने कहा कि कुछ जातियों और धर्म को निशाना बनाने के लिए एनकाउंटर का इस्तेमाल किया जा रहा है.

एक मीडिया संस्थान को दिए साक्षात्कार में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास दुबे और अन्य के एनकाउंटर्स पर सवाल उठाते हुए सपा चीफ ने कहा कि जब अपराधियों और दोषियों को सजा देने के लिए न्यायपालिका है तो एसटीएफ गैरकानूनी से मार क्यों रही है. विकास दुबे को साल 2020 में एनकाउंटर में एसटीएफ मार गिराया था. साल 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से एनकाउंटर और बुलडोजर का जोर चल रहा है.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार भेदभाव करती है. सुल्तानपुर मामले में मुख्य आरोपी पर ज्यादा मुकदमे है, वह सरेंडर करता है और मंगेश यादव को पुलिस 2 सितम्बर को घर से उठाती है और 5 सितम्बर 2024 को मार दिया जाता है. बता दिया एनकाउण्टर हुआ. सरकार बताए की जो कांड का मुख्य कर्ताधर्ता है, उसका क्या किया? सरकार ने सरेंडर करा दिया. उत्तर प्रदेश में जितने फेंक एनकाउण्टर हुए है, उसमें सबसे ज्यादा पीडीए परिवार के हैं.
अखिलेश ने आरक्षण के मुद्दे पर की बात
साक्षात्कार में अखिलेश ने आरक्षण के मुद्दे पर भी बात की. अखिलेश ने कहा कि BJP सरकार ने संविधान और आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया. लेटरल एंट्री के जरिए इसी सरकार ने पहले तमाम भर्तियां की, उसमें आरक्षण का पालन नहीं किया. कई विभागों में लेटरल एंट्री से भर्ती हुई लेकिन आरक्षण का पालन नहीं हुआ.
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कृषि विभाग में न जाने कितने लोग लेटरल एंट्री से आये थे क्या उसमें आरक्षण दिया गया था? समाजवादियों ने पहले भी कहा था BJP आरक्षण का नुकसान करती है. वाइस चांसलर की नियुक्तियों में पीडीए परिवार के लोग कहां है? वाइस चांसलर ने जिन लोगों की नियुक्ति की क्या उसमें पीडीए परिवार के लोग हैं
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