जुबिली स्पेशल डेस्क
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को आखिरकार अपना मुल्क छोडऩा पड़ा है। इतना ही नहीं उनको अपने पद से हटना पड़ा है।
इसके साथ ही इस्तीफा देकर भारत में फिलहाल आ गई है और यहां से वो लंदन जाने की तैयारी में है। दूसरी तरफ उनके देश के छोडक़र भागने पर अब बांग्लादेश की लेखिका तस्लीमा नसरीन ने सोमवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिन कट्टरपंथियों को खुश करने के लिए शेख हसीना ने उन्हें देश से निकाल दिया था, उन्ही कट्टरपंथियों की वजह से उन्हें भी देश छोडऩे पर मजबूर होना पड़ा।

उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि हसीना ने इस्लामवादियों को खुश करने के लिए 1999 में मुझे मेरे देश से बाहर निकाल दिया, जब मैं अपनी मां को उनकी मृत्युशय्या पर देखने के लिए बांग्लादेश में दाखिल हुई थी और मुझे फिर कभी देश में प्रवेश नहीं करने दिया। वही इस्लामवादी छात्र आंदोलन में शामिल रहे हैं जिन्होंने आज हसीना को देश छोडऩे के लिए मजबूर किया।
उन्होंने ये भी कहा, “शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। वे अपनी वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने इस्लामवादियों को बढ़ने दिया. उन्होंने खुद को भ्रष्टाचार में शामिल होने दिया।इस बीच बांग्लादेश दूसरा पाकिस्तान न बन जाए। सैन्य शासन लागू नहीं होना चाहिए। राजनीतिक दलों को देश में लोकतंत्र बहाल करना चाहिए और धर्मनिरपेक्षता को अपनाना चाहिए।”
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “मेरी अपील है कि आप बंगाल में शांति बनाए रखें। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। यह दो देशों के बीच का मामला है। केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे।”
सूत्रों की मानें तो उन्होंने यहां रहने के लिए शरण तो नहीं मांगी है पर वह कुछ समय तक भारत में जरूर रहेंगी। वह यहां से लंदन (यूके) के लिए रवाना हो सकती हैं।
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