जुबिली बिहार स्पेशल डेस्क
पटना। लोकसभा चुनाव में भले ही बीजेपी को बहुमत नहीं मिला हो लेकिन उसने अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर नई सरकार का गठन जरूर कर लिया है और मोदी लगातार तीसरी बार पीएम बन गए है। इसके साथ ही एनडीए तीसरी बार सत्ता में लौटी है।
सरकार कब तक चलेगी ये एक बड़ा सवाल है लेकिन फिलहाल नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के सहारे मौजूदा एनडीए सरकार मजबूत जरूर है। इस बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार बुधवार को चंद्रबाबू नायडू के शपथ ग्रहण में नहीं आए।
इसके बाद से मौजूदा सरकार पर कई तरह के सवाल उठने लगे है। एनडीए की नयी नवेली सरकार की सेहत को लेकर मीडिया में चर्चा तेज हो गई और बिहार मुख्य विपक्षी दल आरजेडी की तरफ से इसकी तीखी प्रतिक्रिया आई है।
हालांकि बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले पर नीतीश कुमार ने भले ही कुछ नहीं कहा हो लेकिन उन्होंने कल नीतीश कुमार ने कल यानी बुधवार को ही तेलुगु देशम पार्टी के मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू को फोन किया है। रिपोर्ट के अनुसार नीतीश ने सीएम पद संभालने के बाद चंद्रबाबू नायडू को धन्यवाद दिया. बिहार के मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार नीतीश ने फोन पर नायडू से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नायडू की अगुवाई में दक्षिण का ये राज्य विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा। उधर आरजेडी ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया दी है।
आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद के अनुसार जब नीतीश कुमार के मन मुताबिक काम नहीं होता तो वो मौन धारण कर लेते हैं. किसी न किसी तरीके से वो इस बात का संकेत देते हैं।
आगे कहा कि भाजपा को तो बहुमत मिला नहीं. हृष्ठ्र के नाम पर उन्होंने बहुमत पाया है. इसके बाद मंत्रालयों का जिस तरह बंटवारा हुआ और अभी लोकसभा अध्यक्ष की भी बात होनी है।
इससे आगे कई चीजें होने वाली हैं। भले ही मीडिया में कुछ भी कहा जा रह हो मौजूदा सरकार मजबूत लग रही है लेकिन बीजेपी ने अहम मंत्रालय अपने पास जरूर रखे लेकिन आगे चलकर क्या होता है ये किसी को पता नहीं है क्योंकि नीतीश और नायडू कब पलट जाये ये किसी को पता नहीं है।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
