जुबिली स्पेशल डेस्क
अमेरिका से अच्छी खबर आ रही है। दरअसल यहां पर भारतीय मूल के डॉक्टर को विश्व स्वास्थ्य संगठन के बोर्ड में जगह दी जा रही है। इसकी सिफारिश अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुद की है।
बाइडेन ने सीनेट में सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति को डब्ल्यूएचओ के बोर्ड में अमेरिका का प्रतिनिधि बनाने का बड़ा फैसला लिया है। इसके साथ ही इसका प्रस्ताव बाइडेन ने अमेरिकी संसद सीनेट में भेजा है।

ये दूसरा मौका होगा जब डॉ. विवेक मूर्ति का नाम डब्ल्यूएचओ के एग्जीक्यूटिव बोर्ड में शामिल करने की तैयारी चल रही है। 46 साल के डॉ. विवेक मूर्ति का नाम दोबारा भेजा गया है। बता दें कि डब्ल्यूएचओ के एग्जीक्यूटिव बोर्ड में डॉ. मूर्ति के शामिल होने का प्रस्ताव अक्टूबर 2022 से ही पेंडिंग है।
डॉ. मूर्ति पर एक नजर
मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले डॉ. मूर्ति के पूर्वज इंग्लैंड जाकर बस गए थे। हालांकि उनका जन्म यॉर्कशायर के हडर्सफील्ड में हुआ थे। इसके बाद उनके परिवार के लोग कनाडा के न्यूफाउंडलैंड में रहने लगे जबकि डॉ. मूर्ति जब तीन साल के थे, तब उनका परिवार अमेरिका के मियामी में आकर बस गया था। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद येल स्कूल ऑफ मेडिसिन और येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से आगे की डिग्री हासिल की। डॉ. मूर्ति जाने-माने फिजिशियन, रिसर्च साइंटिस्ट, एंटरप्रेन्योर हैं। डॉ.मूर्ति वॉशिंगटन अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं।
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