जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव करीब है। ऐसे में मोदी को रोकने के लिए विपक्ष लगातार रणनीति बना रहा है लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो सका है मोदी के सामने विपक्ष का चेहरा कौन होगा।
अभी हाल में ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की बैठक में कांग्रेस के अध्यक्ष खरगे को पीएम का चेहरा बनाने की मांग उठी थी लेकिन अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि 1977 के लोकसभा चुनाव (आपातकाल के बाद) में भी किसी को प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में पेश नहीं किया गया था।

एनसीपी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के बाद मोराराजी देसाई को प्रधानमंत्री बनाया गया। कोई चेहरा सामने नहीं रखने के कोई असर नहीं दिखे। अगर लोग बदलाव के मूड में हैं, तो वे बदलाव लाने के लिए निर्णय लेंगे।’’
बता दें कि ममता और केजरीवाल ने कांग्रेस के अध्यक्ष खरगे को पीएम के चेहरे के तौर पर पेश करने का प्रस्ताव रखा था जिसपर विपक्ष के कई नेता खुलेतौर पर सहमत नहीं थे। खुद खरगे ने इससे किनारा किया था। अब शरद पवार ने साफ कर दिया है कि विपक्ष अभी मोदी के खिलाफ फिलहाल कोई चेहरे का खुलासा नहीं करेगा।
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