जुबिली स्पेशल डेस्क
रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई। रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है जबकि यूक्रेन अपनी जमीन को छोडऩा नहीं चाहता है। इसका नतीजा यह रहा कि दोनों के बीच अब तक कोई सुलह या फिर समझौता नहीं हो सका है।
उधर रूस की बमबारी और तेज हो गई है। रूस के इस खौफनाक कदम से दुनिया कई देश उससे खफा नजर आ रहा है।
हालांकि कुछ देश ऐसे है जो न तो रूस की तरफ और न ही यूक्रेन की तरफ लेकिन रूस के साथ चार ऐसे देश है जो उसका कदम-कदम पर साथ दे रहे हैं।
यूक्रेन दुनिया से मदद की गुहार लगा रहा है लेकिन उसको जो मदद मिलनी चाहिए वो नहीं मिल रही है। इस बीच यूक्रेन राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अतिरिक्त मानवीय सहायता का अनुरोध करते हुए एक खत लिखा है।

इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय ने मीडिया को दी है। बताया गया कि भारत के दौरे पर आईं यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन झापरोवा ने मंगलवार (11 अप्रैल) को राज्य विदेश मंत्री मीनाक्षी लेखी को यह पत्र सौंपा है। यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जापारोवा चार दिवसीय यात्रा पर भारत आई हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तय कर लिया है यूक्रेन को जब तक घुटनों पर ला नहीं देगे तब तक उनके कदम पीछे नहीं हटने वाले है। उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी साफ कर दिया है वो रूस के खिलाफ आखिरी सांस तक लड़ेगे।
इसका नतीजा ये हुआ दोनों देशों के बीच अब जंग अंतिम दौर में पहुंच गई है। वहीं यूक्रेन को अब दुनिया के कई देश अपना समर्थन देते हुए नजर आ रहे हैं।
जेलेंस्की को इस जंग में ब्रिटेन के अलावा, कई बड़े देशों ने उनका खुलकर साथ देने का एलान किया है। उनमें अमेरिका, फ्रांस, कनाडा जैसे देश यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक सहायता दे रहे हैं।
इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने यूक्रेन को सुरक्षा सहायता में $1 बिलियन से अधिक की सहायता देने का वादा किया है। कुल मिलाकर यूक्रेन मैदान छोडऩे को तैयार नहीं जबकि दूसरे देश भी उसका साथ देते नजर आ रहे हैं।
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