जुबिली न्यूज डेस्क
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश की सियासत गरमा गई है. सपा और बीजेपी की तरफ से संभावित प्रत्याशियों को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है. इस बीच सभी की निगाहें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव पर टिकीं हैं. खबरों का माने तो रामपुर हो या फिर मैनपुर, दोनों ही सीटों पर शिवपाल की भूमिका अहम होगी.

बता दे कि मंगलवार को गोरखपुर दौरे पर पहुंचे शिवपाल यादव ने इशारों ही इशारों में अपने भतीजे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर तीखा हमला बोला. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को असली समाजवादी पार्टी बताते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि अखिलेश चापलूसों से घिरे हुए हैं. मेरे साथ समाजवादी लोग हैं. हमारी ही असली समाजवादी पार्टी है. यहां कोई लालची नहीं है. साथ ही शिवपाल यादव ने कहा कि 5 दिसंबर को होने वाले मैनपुरी का लोकसभा उपचुनाव देश ही नहीं बल्कि प्रदेश के तकदीर का फैसला करेगा.
खुद के चुनाव मैदान में उतारने पर कहा
हालांकि सपा की तरफ से तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाने और उसे समर्थन देने के सवाल पर शिवपाल ने गोलमोल जवाब दिया. उन्होंने कहा कि पहले सपा की तरफ नाम तय हो जाने दो. खुद के चुनाव मैदान में उतारने पर कहा कि अभी समाजवादी पार्टी की तरफ से फैसला आने दीजिए.
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सपा के सामने होगी बड़ी चुनौती
बता दे कि समाजवादी पार्टी के सामने शिवपाल यादव बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं. अगर सपा को उनका समर्थन नहीं मिलता है तो मुलायम की विरासत को बचाना सबसे बड़ी चुनौती होगी. मैनपुरी की पांच विधानसभा सीटों में से तीन पर सपा तो दो पर बीजेपी का कब्ज़ा है. खुद शिवपाल यादव जसवंत नगर विधानसभा सीट से विधायक हैं, जहां उनकी पकड़ बहुत मजबूत मानी जाती है.
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