जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बीते कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी में उठापटक का दौर देखने को मिल रहा है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव भी बेहद करीब है। इसको लेकर कांग्रेस ने सोमवार को गाइडलाइन जारी कर दिया गया। गाइडलाइन में चुनाव को निष्पक्ष कराने की बात कही गई है।
- सभी स्टेट के प्रदेश रिटर्निंग ऑफिसर को उनके ही संबंधित स्टेट में पोलिंग ऑफिसर बनाया गया है। PRO का काम बूथ मैनेजमेंट और निष्पक्ष चुनाव कराना है।
- कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर अपनी व्यक्तिगत क्षमता से कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे हैं। इसलिए प्रतिनिधि मतपत्र के माध्यम से अपनी पसंद के उम्मीदवारों में किसी एक को चुनने के लिए स्वतंत्र हैं।
- एआईसीसी महासचिव/प्रभारी, सचिव/संयुक्त सचिव, पीसीसी अध्यक्ष, सीएलपी नेता, फ्रंटल संगठन के प्रमुख, विभागों/प्रकोष्ठों के प्रमुख और सभी आधिकारिक प्रवक्ता चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए या उनके खिलाफ प्रचार नहीं करेंगे। यदि वे किसी उम्मीदवार का समर्थन करना चाहते हैं तो उन्हें पहले अपने संगठनात्मक पद से इस्तीफा देना होगा, उसके बाद वे प्रचार में भाग लेंगे।
- सभी पीसीसी प्रेसिडेंट अपने संबंधित स्टेट में कैंडिडेट की यात्रा के दौरान उनके प्रति शिष्टाचार का परिचय देंगे।।
- पीसीसी अध्यक्ष प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित करने के इच्छुक उम्मीदवार को बैठक हॉल, कुर्सियों और अन्य उपकरणों की व्यवस्था कराएंगे। हालांकि पीसीसी अध्यक्ष द्वारा अपनी व्यक्तिगत क्षमता में ऐसी कोई बैठक नहीं बुलाई जा सकती है। बैठक आयोजित करना प्रस्तावक या चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के समर्थकों का काम है।6- चुनाव के दौरान कोई भी उम्मीदवार मतदाताओं को लाने के लिए वाहन का उपयोग नहीं करेगा और न ही किसी अन्य प्रकार के प्रचार का सहारा लेगा। इन प्रक्रियाओं का उल्लंघन करने वाले उम्मीदवारों के चुनाव को अमान्य कर दिया जाएगा और उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए उत्तरदायी बनाया जाएगा।
- यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत सावधानी बरती जानी चाहिए कि किसी भी उम्मीदवार के खिलाफ कोई दुर्भावनापूर्ण प्रचार न हो। इससे पार्टी की बदनामी होगी। चुनाव प्रक्रिया की संवेदनशीलता को किसी भी कीमत पर बरकरार रखा जाना चाहिए।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
