जुबिली न्यूज डेस्क
महंगाई की मार हर तरफ देखने को मिल रही है। रसोई के बाद अब इलाज भी महंगा होना जा रहा है। यूपी की राजधानी लखनऊ के लोहिया अस्पताल के बाद अब केजीएमयू में भी इलाज महंगा होने जा रहा है। लखनऊ के केजीएमयू में मरीजों को इलाज के लिए अब और अधिक पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। ओपीडी, जांच और भर्ती शुल्क में बढ़ाया जा सकता है। ओपीडी शुल्क दोगुना तो अन्य में 10 फीसदी तक बढ़ोतरी की जाएगी। शुक्रवार को इलाज का शुल्क बढ़ाने का मामला केजीएमयू की कार्यपरिषद के सामने रखा जाएगा।
बता दे कि कुलपति डॉ. बिपिन पुरी की अध्यक्षता में कार्यपरिषद की बैठक शुक्रवार को शाम तीन बजे है। इसमें इलाज का शुल्क बढ़ाए जाने का मामला रखा जाएगा। बीती 25 मार्च को ब्राउन हॉल में 26 सदस्यीय हॉस्पिटल बोर्ड कमेटी की बैठक हुई थी। इसकी अध्यक्षता प्रति कुलपति डॉ. विनीत शर्मा ने की थी। इसमें इलाज शुल्क बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। अब अंतिम मुहर के लिए कार्यपरिषद में रखा जाएगा।
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अब यहां इलाज महंगा करने की तैयारी शुरू हो गई है। हॉस्पिटल बोर्ड की बैठक में अफसरों ने ओपीडी शुल्क दोगुना करने का प्रस्ताव रखा। फिलहाल ओपीडी शुल्क 50 रुपये है, जो छह माह के लिए मान्य होता है। छह माह बाद इसे दोबारा शुल्क चुका कर रिन्यू कराना पड़ता है। अब पंजीकरण शुल्क 100 रुपये होगा। बोर्ड ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा प्राइवेट रूम का किराया बढ़ाया जाएगा। पैथोलॉजी जांचों का शुल्क बढ़ाया जाएगा। प्राइवेट कमरों का किराया 1800 रुपये बढ़ाकर 2500 रुपये प्रतिदिन किया जाने की तैयारी है।गौरतलब है कि कुछ दिन पहले लखनऊ की लोहिया अस्पताल की शुल्क बढ़ाई हई थी।
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