जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने इंडियन आर्मी की तीनों सेनाओं में भर्ती को लेकर एक बड़ा एलान किया है। दरअसल सरकार ने अग्निपथ स्कीम की घोषणा की है। इस स्कीम के तहत सरकार ने कुछ नियम तय किए है।
इस स्कीम में इंडियन आर्मी में चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने इस स्कीम को लेकर कहा है कि सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स और असम राइफल्स में होने वाली भर्ती में चार साल की सेवा पूरी कर चुके अग्निवीरों को वरीयता दी जाएगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि इसको लेकर डिटेल प्लानिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। हालांकि सरकार के इस नये एलान से कुछ लोग काफी नाराज है। इस स्कीम को लेकर बवाल मच गया है। इसका नतीजा ये रहा कि सरकार को इसमें बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ा। मीडिया रिपोट्र्स की माने तो गुरुवार रात योजना में बड़ा बदलाव करते हुए युवाओं को राहत देने की कोशिश करते हुए रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी है।

रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, अग्निपथ योजना की शुरुआत के समय सशस्त्र बलों में सभी नए रंगरूटों के लिए प्रवेश आयु साढ़े 17 साल से 21 साल साल निर्धारित की गई है।
रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हुआ, इसलिए सरकार ने फैसला किया है कि 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया के लिए एकबारगी (आयु सीमा में) छूट दी जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत 2022 की भर्ती प्रक्रिया के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है।
बता दे इससे पहले देश में इस समय इसको लेकर जमकर विरोध हो रहा है। देश के कई राज्यों में सरकार की इस स्कीम को लेकर बवाल मच गया है। मोदी सरकार ने मंगलवार को इस स्कीम का ऐलान किया गया था और बुधवार सुबह ही बिहार के कई जिलों में छात्रों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया था और जमकर विरोध देखने को मिल रहा है।
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