जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज चेकडैम व तालाबों की 278 परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुए कहा कि जल है तो कल है। मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में इन 278 परियोजनाओं (112 तालाब एवं 166 चेकडैम) का लोकार्पण एवं भूगर्भ जल पोर्टल का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर उन्होंने पोर्टल से लाभान्वित विभिन्न जिलो के 5 लाभार्थियों से तथा औरैया, मुरादाबाद, झांसी, प्रतापगढ़, फतेहपुर की जल समितियों के 1-1 सदस्य से संवाद भी किया।
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#Live: मा. मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी भूगर्भ जल अधिनियम वेब पोर्टल एवं चेक डैम व तालाबों से जुड़ी 278 परियोजनाओं का लोकार्पण कर रहे है! #JalShakti4UPhttps://t.co/QYIDuv9ba3
— Dr. Mahendra Singh (@bjpdrmahendra) January 31, 2021
इस अवसर पर याेगी ने कहा है कि जल है तो कल के महत्व और उपयोगिता को देखते हुए शासन व जिला स्तर के अधिकारी वॉटर हार्वेस्टिंग के कार्याें को शीघ्रता से आगे बढ़ाएं।
राज्य सरकार द्वारा जल की सुरक्षा, संरक्षण, प्रबन्धन एवं विनियमन के लिए उत्तर प्रदेश भूगर्भ जल प्रबन्धन एवं विनियमन अधिनियम-2019 लागू किया गया है।इसके तहत प्रदेश और जिला स्तर पर जल समितियों का गठन किया गया है।
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उन्होंने सभी सरकारी भवनों, सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों और कॉलेजों, औद्योगिक क्षेत्रों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों आदि में प्राथमिकता के आधार पर शीघ्रता से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्पों के अनुरूप राज्य में ‘हर घर नल’ योजना लागू की गयी है। इसके तहत बुन्देलखण्ड व विन्ध्य क्षेत्र में लगभग 15,500 करोड़ रुपये की पेयजल परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन परियोजनाओं के तहत भूगर्भ एवं सतही दोनों तरह के जल का उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मथुरा, फिरोजाबाद, आगरा में खारे पानी तथा आर्सेनिक-फ्लोराइड से प्रभावित क्षेत्रों के लिए वॉटर हार्वेस्टिंग आवश्यक है। वॉटर हार्वेस्टिंग के प्रभावी प्रयास से भविष्य में इन इलाकों में पानी की समस्या का समाधान किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इन्सेफेलाइटिस सहित विभिन्न बीमारियाें का कारण जल एवं उसकी शुद्धता के प्रति उदासीनता है। शौचालयों के निर्माण और पेयजल की आपूर्ति से राज्य सरकार को इन्सेफेलाइटिस से होने वाली मृत्यु में 95 प्रतिशत की कमी लाने में सफलता मिली है।
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कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि खेत-तालाब योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से क्रिटिकल क्षेत्रों के विस्तार पर रोक लगी है। सभी की सहभागिता से वॉटर रिचार्ज कार्यक्रम लागू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलो में अटल भूजल योजना लागू की गयी है। आज लाँच किये गये पोर्टल के माध्यम से अटल भूजल योजना के लिए सिंगल विण्डो सिस्टम लागू किया गया है।
इस पोर्टल के माध्यम से सभी समस्याओं का घर बैठे ऑनलाइन समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, अनापत्ति प्रमाण पत्र भी ऑनलाइन प्राप्त हो सकेगा। आज जिन चेकडैम और तालाबों का लोकार्पण हुआ है, उनकी जिओ टैगिंग की गयी है, ताकि इनकी गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
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