
जुबिली न्यूज़ डेस्क
कोरोना महामारी का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में संक्रमित मरीजों की संख्या 20 लाख के पार पहुंच गई है। इसी बीच केंद्र सरकार स्कूलों को खोलने की तैयारी कर रही है।
गौरतलब है कि कोरोना संकट के कारण मार्च के आखिरी हफ्ते से ही सभी स्कूल बंद हैं। हालांकि ऑनलाइन क्लासेज के जरिए बच्चों को पढाया जा रहा है लेकिन कई ऐसे भी छात्र हैं जिनके पास इन्टरनेट और समार्ट फोन नहीं है। ऐसे में इन छात्रों के भविष्य को लेकर चिंता जताई जा रही है। जबकि जुलाई में हुए एक सर्वे के अनुसार ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नजर नहीं आ रहे थे।
फ़िलहाल केंद्र ने एक सितंबर से 14 नवंबर के बीच चरणबद्ध तरीके से स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने की योजना बनाई है।
बताया जा रहा है कि इस महीने के अंत तक कोरोना के लिए फाइनल अनलॉक गाइडलाइन जारी होने की उम्मीद है जिसमें इस फैसले को नोटिफाई करने का काम सरकार कर सकती है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए मंत्रियों का एक समूह बनाया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन के नेतृत्व में इस समूह की बैठक हुई जिसमें मंत्रियों के समूह से जुड़े सचिवों के समूह द्वारा स्कूल खोलने की योजना के तौर-तरीकों पर विस्तार से चर्चा हुई है।
एनसीईआरटी सरकार को सौंपा था गाइडलाइंस का ड्राफ्ट
इससे पहले एनसीईआरटी ने अपनी गाइडलाइंस का ड्राफ्ट सरकार को सौंपा था। इसके तहत बताया गया है कि स्कूल खुलने पर पढ़ाई का सिलसिला किस तरह शुरू होगा और बच्चों, पेरेंट्स व टीचर्स के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा।
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