जुबिली स्पेशल डेस्क
रिटायर्ड आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने एक बार फिर यूपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से कहा है कि वक्त आ गया है जब मुझे उत्तरप्रदेश सरकार के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर देना चाहिए। जब उत्तरप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री ने स्वयं स्वीकार लिया है कि ज़िला प्रशासन कोरोना के आँकड़े छिपा रहा है। अब @CMOfficeUP यह चिट्ठी पढ़े और मुझे बताए कि क्यूँ ना मैं सरकार पर मानहानि मुक़दमा दर्ज करूँ?
https://twitter.com/suryapsinghias/status/1275016659074342913
गौरतलब है कि नो-टेस्ट, नो-कोरोना’ पॉलिसी पर सवाल उठाने पर मेरे ऊपर मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी ने मुक़दमा दर्ज करा दिया था। जैसा कि मैंने कहा था कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं, आज सच्चाई सबके सामने आ गयी है। अब लोकभवन से जारी हुई इस चिट्ठी से साफ हो गया है कि लापरवाही जारी है।
https://twitter.com/suryapsinghias/status/1275018711389188097
हालांकि आपको बता दें कि कुछ ही घंटे पहले उन्होंने सरकार को अपनी योग्यता बताते हुए सरकार को चेताया था और कहा था कि IPS रहा, IFS रहा, IAS रहा और MBA, MPhil, PhD, CPA, समेत LIFA की डिग्री ले रखी है। आपका सुझाव बिल्कुल सही है, सच बोलने के बाद वकीलों के खर्च से बच सकूँ इसलिए Law भी कर रहा हूँ और थर्ड year में हूँ। आज भी मेरे अंदर का छात्र ज़िंदा है, जल्द ही अपनी वकालत खुद करूँगा।
https://twitter.com/suryapsinghias/status/1274971298754510852
अंत में उन्होंने सरकार के ट्वीट को ही रिट्वीट करते हुए लिखा कि एक लाख से ज़्यादा टीमें गठित कर दी गयी हैं और टेस्ट 15 हजार भी नहीं हो रहे हैं। उत्तरप्रदेश सरकार लतीफे अच्छा सुनाती है।
https://twitter.com/suryapsinghias/status/1275047962809425921